गूगल का सर्च लाइव फीचर! कठिन मैथ इक्वेशन हो या फिर इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट में खराबी, कैमरा पॉइंट करते ही तुरंत बता देगा AI
Google Search Live : गूगल भारत में सर्च लाइव फीचर लॉन्च करने जा रहा है, जो कैमरा और वॉइस के जरिए तुरंत जवाब देगा। कठिन मैथ इक्वेशन हो या इलेक्ट्रॉनिक खराबी, AI तुरंत पहचान लेगा। अमेरिका के बाद भारत पहला देश होगा, जहां यह फीचर लॉन्च होगा। जानिए डिटेल।
भारत गूगल का सबसे बड़ा यूजर मार्केट है और AI के मामले में कंपनी के लिए बेहद अहम है।
Google Search Live : गूगल जल्द ही भारत में सर्च लाइव (Search Live) लॉन्च करने जा रहा है। यह ऐसा फीचर है, जिसमें यूजर्स गूगल सर्च से आवाज के जरिए आगे-पीछे बातचीत कर पाएंगे। 23 सितंबर को कंपनी के एक सीनियर एग्जिक्यूटिव ने बताया कि अमेरिका के बाद भारत पहला देश होगा जहां यह फीचर शुरू होगा।
गूगल सर्च में इंजीनियरिंग के वाइस-प्रेसिडेंट और गूगल लेंस के को-फाउंडर राजन पटेल ने कहा, 'यह मोबाइल-फर्स्ट अनुभव है, खासकर तब जब आपको तुरंत मदद चाहिए। इसमें आप कैमरा ऑन कर सकते हैं, सर्च लाइव चालू कर सकते हैं और कैमरा किसी चीज पर पॉइंट करके सवाल पूछ सकते हैं। जवाब आपको तुरंत मिलेगा।'
यह फैसला ऐसे समय आया है जब गूगल ने जून 2025 में भारत में AI मोड लॉन्च किया था, जो आंसर इंजन-स्टाइल सर्च एक्सपीरियंस देता है।
सर्च लाइव कैसे करेगा काम
यह फीचर सबसे पहले मई 2025 में गूगल के डेवलपर कॉन्फ्रेंस Google I/O 2025 में पेश हुआ था और अभी अमेरिका में उपलब्ध है। इसे यूजर्स AI मोड या गूगल लेंस में 'Live' आइकन दबाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
जैसे कि कोई स्टूडेंट अगर किसी कठिन गणितीय इक्वेशन को समझना चाहता है, तो वह कैमरा इक्वेशन पर रखकर सवाल पूछ सकता है। कोई यूजर खराब इलेक्ट्रॉनिक आइटम पर कैमरा रखकर जान सकता है कि उसमें क्या खराबी है। AI फौरन आपकी समस्या का हल बता देगा। इससे यूजर का काफी समय बच सकता है।
पटेल ने बताया कि इसके पीछे गूगल के एडवांस्ड AI मॉडल्स काम कर रहे हैं, जो यूजर की क्वेरी पहचानकर भरोसेमंद और तुरंत जवाब देते हैं। साथ ही यह वेब लिंक भी दिखाएगा। जैसे वेबसाइट्स, वीडियोज और फोरम्स, ताकि यूजर को ज्यादा जानकारी मिल सके।
जेनरेटिव AI के दौर में सर्च का नया रूप
गूगल सर्च लाइव दरअसल कंपनी की उस कोशिश का हिस्सा है, जिसमें वह अपने फ्लैगशिप प्रोडक्ट को जेनरेटिव AI के हिसाब से दोबारा गढ़ रही है। इस दौरान Perplexity और OpenAI का ChatGPT जैसे प्रतिद्वंद्वी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं और लोग जानकारी खोजने का तरीका बदल रहे हैं।
पटेल के मुताबिक, 'हम सिर्फ वेब से जानकारी लाने वाला प्रोडक्ट नहीं बनाना चाहते, बल्कि ऐसा प्रोडक्ट बना रहे हैं जो जानकारी को समझने और उस पर कार्रवाई करने में मदद करे।”'
भारत क्यों है गूगल के लिए खास
भारत गूगल का सबसे बड़ा यूजर मार्केट है और AI के मामले में कंपनी के लिए बेहद अहम है।
अमेरिका के बाद भारत पहला देश था जहां जुलाई 2025 में AI मोड लॉन्च हुआ।
भारत उन शुरुआती देशों में भी शामिल है जिन्हें AI ओवरव्यूज फीचर मिला।
हाल ही में AI मोड में हिंदी सपोर्ट जोड़ा गया है, जबकि AI ओवरव्यूज अब हिंदी, तमिल, तेलुगु, बंगाली और मराठी में उपलब्ध है।
भारत में किस लिए यूज हो रहा AI
गूगल की वाइस-प्रेसिडेंट (सर्च प्रोडक्ट मैनेजमेंट) हेमा बुदराजू ने कहा, 'भारत में लोग AI मोड का इस्तेमाल पढ़ाई, रिकमेंडेशन, कंपैरिजन, राइटिंग और स्टेप-बाय-स्टेप इंस्ट्रक्शन के लिए कर रहे हैं।' अब AI मोड 180 से ज्यादा देशों में और AI ओवरव्यूज 200 से ज्यादा देशों में उपलब्ध है।
इसके अलावा, पिछले महीने गूगल ने भारत, अमेरिका और कनाडा में फ्लाइट डील्स नाम का AI टूल लॉन्च किया। इससे यूजर अपने ट्रैवल प्लान्स टाइप करके सस्ती फ्लाइट्स खोज सकते हैं। बुदराजू के मुताबिक, 'भारत हमेशा वॉइस और विजुअल सर्च जैसी हमारी नई इनोवेशन को अपनाने में आगे रहा है। हमें उम्मीद है कि भारतीय यूजर सर्च में AI ट्रांसफॉर्मेशन की राह दिखाते रहेंगे।'
OpenAI और Perplexity की चाल
गूगल की यह तैयारी ऐसे समय हो रही है, जब इसके प्रतिद्वंद्वी OpenAI और Perplexity भी भारत में अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं। Perplexity ने टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल के 36 करोड़ ग्राहकों को एक साल का Perplexity Pro प्रीमियम सब्सक्रिप्शन मुफ्त दिया है। साथ ही कंपनी ने BSE और NSE से लाइव स्टॉक प्राइस और मार्केट न्यूज देने वाला फाइनेंस वर्टिकल भी भारत में शुरू किया है।
OpenAI ने भारत के लिए ChatGPT Go नाम का सस्ता सब्सक्रिप्शन प्लान लॉन्च किया है, जिसकी कीमत ₹399 प्रति माह है। इसमें UPI पेमेंट का विकल्प भी है। कंपनी इस साल के अंत तक नई दिल्ली में अपना पहला ऑफिस खोलने वाली है। वहीं, Google ने भी भारत में कॉलेज स्टूडेंट्स को अपने प्रीमियम AI टूल्स का एक साल का मुफ्त सब्सक्रिप्शन देने का ऐलान किया है।