सोशल मीडिया से लेकर टूर-एंड ट्रेवल इंडस्ट्री तक इस वक्त तुर्किए और अजरबैजान के खिलाफ बॉयकॉट कैंपेन चल रहा है। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद तुर्किए ने पाकिस्तान का खुला समर्थन किया था। तुर्किए ने, अजरबैजान के साथ मिलकर, सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान के साथ एकजुटता दिखाई थी। इससे भारत में कई लोग नाराज हैं। #BoycottTurkeyAzerbaijan सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। यही नहीं EaseMyTrip, Cox & Kings और Travomint जैसी देश की बड़ी ट्रैवल कंपनियों ने लोगों को इन देशों की गैरजरूरी यात्रा ना करने की अपील की है और नई बुकिंग भी रोक दी है। GO होमस्टे ने टर्किश एयरलाइंस के साथ पार्टनरशिप रद्द कर दी है। गोवा विल्लाज ने तुर्क नागरिकों को सर्विस ना करने का एलान किया है। पुणे में, व्यापारियों ने तुर्किए के सेबों का बहिष्कार किया है।
भारत, अजरबैजान से 1.227 अरब डॉलर का कच्चा तेल इंपोर्ट करता है। दोनों देशों के बीच 2023 में कुल 1.435 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ। 2024 में भारत से 2,43,000 टूरिस्ट अजरबैजान (बाकू) गए थे। दिल्ली और बाकू के बीच सप्ताह में 10 सीधी उड़ानें हैं। Indigo और अजरबैजान एयरलाइंस की सीधी उड़ानें हैं।
भारत-तुर्किए टूर एंड ट्रैवल
2024 में 3.3 लाख भारतीय टूरिस्ट तुर्किए घूमने गए। 2023 से 2024 के बीच भारतीय टूरिस्ट 20 फीसदी बढ़े हैं। IndiGo और Turkish Airlines की सप्ताह में 28 उड़ानें होती है। दिल्ली और मुंबई से इस्तांबुल के लिए सीधी उड़ानें होती हैं।
2023-24 में तुर्किए के साथ भारता का 10.43 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। भारत से होने वाला एक्सपोर्ट 6.65 अरब डॉलर रहा। वहीं, इंपोर्ट 3.78 अरब डॉलर रहा। भारत से पेट्रोलियम, ऑटो पार्ट, टेलीकॉम इक्विप्मेंट एक्सपोर्ट होता है। वहीं क्रूड, मार्बल, नेचुरल स्टोन और केमिकल का इंपोर्ट होता है।
तुर्किए-अजरबैजान के विकल्प
तुर्किए-अजरबैजान के विकल्पों की बात करें तो धूमने वालों के लिए ग्रीस अपने समृद्ध इतिहास और खूबसूरत द्वीपों के कारण अच्छा विकल्प हो सकता है। अर्मेनिया भी एक अच्छा विकल्प है। यह अपने हेरिटेज, लैंडस्केप और किफायती होने के लिए जाना जाता है। जॉर्जिया भी अपने खूबसूरत पहाड़ और पुराने शहर के लिए प्रसिद्ध है। उज्बेकिस्तान, कजाकस्तान और किर्गिस्तान भी तुर्किए और अजरबैजान के अच्छे विकल्प हो सकते हैं। वियतनाम, कंबोडिया और थाईलैंड भी एक अच्छा विकल्प है।