दुनिया में कुछ सांप अपनी अनोखी क्षमताओं से सभी को चौंका देते हैं। कुछ पानी में आसानी से तैर लेते हैं, तो कुछ हवा में पेड़ से पेड़ तक पहुंच जाते हैं। इनकी ये खासियत इन्हें बाकी सांपों से अलग बनाती है। पानी में तैरने वाले सांप अपने लचीले शरीर और मजबूत पूंछ से तेजी से आगे बढ़ते हैं, जिससे वे शिकार पकड़ने या खतरे से बचने में माहिर होते हैं। दूसरी ओर, उड़ने वाले सांप अपनी शरीर को चपटा कर और लहराते हुए हवा में लंबी दूरी तय करते हैं। ये तरीका उन्हें जंगल की ऊंची शाखाओं के बीच आसानी से घूमने देता है।
चाहे समुद्र की गहराई हो या जंगल की ऊंचाई, इन सांपों ने अपने वातावरण के अनुसार खुद को ढाल लिया है। ये न केवल प्रकृति की अद्भुत रचना हैं बल्कि ये भी दिखाते हैं कि जीवित रहने के लिए कैसे अलग-अलग तरीकों से विकास किया जा सकता है।
बैंडेड सी क्रेट (Banded Sea Krait) – ये जहरीला समुद्री सांप ज्यादातर समय मूंगे की चट्टानों में बिताता है और चप्पू जैसी पूंछ से बड़ी आसानी से पानी में तैरता है। अंडे देने के लिए ही ये जमीन पर आता है।
एक्वाटिक कोरल स्नेक (Coral Snake) – दलदली इलाकों और पानी में पाई जाने वाली ये प्रजाति चमकीले रंगों से दुश्मनों को चेतावनी देती है और पानी में चुपचाप तैरती रहती है।
कॉटनमाउथ (Water Moccasin) – दक्षिण-पूर्वी अमेरिका का ये विषैला सांप पानी की सतह पर तैर सकता है और जरूरत पड़ने पर पूरी तरह डूब भी सकता है, जिससे ये शिकार को चौंका देता है।
मैंग्रोव वाइपर (Mangrove Viper) – घने मैंग्रोव जंगलों में रहने वाला यह सांप छोटे-छोटे पानी के हिस्सों को पार कर लेता है और अपने छलावरण से शिकार को अचानक पकड़ लेता है।
वॉटर स्नेक (Water Snake) – ये गैर-जहरीला सांप मीठे पानी में रहता है और मछली व मेंढक खाता है। इसका लंबा और चपटा शरीर इसे तेजी से तैरने में मदद करता है।
व्हिप स्नेक (Whip Snake) – पतला और फुर्तीला, ये सांप छोटी नदियों और तालाबों को तेजी से पार कर सकता है। इसकी फुर्ती इसे शिकारी से बचने में भी मदद करती है।
हवा में उड़ान भरने वाले सांप
ग्लाइडिंग स्नेक (Chrysopelea) – दक्षिण-पूर्व एशिया में पाए जाने वाले ये सांप अपनी पसलियों को फैला कर और शरीर को लहराकर पेड़ों के बीच 100 मीटर तक फिसल सकते हैं।
पैराडाइस ट्री स्नेक (Paradise Tree Snake) – हरे और काले रंग के सुंदर पैटर्न वाला ये सांप उष्णकटिबंधीय जंगलों में पेड़ों के बीच बड़ी सटीकता से उड़ता है और कीड़े-मकोड़े या छोटे छिपकलियों का शिकार करता है।
गोल्डन ट्री स्नेक (Golden Tree Snake) – चमकीले रंग वाला ये सांप भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया में पाया जाता है। ये हवा में छलांग लगाकर दूर तक फिसल सकता है।
इंडियन फ्लाइंग स्नेक (Indian Flying Snake) – भारत और श्रीलंका का ये स्थानीय उड़ने वाला सांप घने जंगलों और बागानों में पेड़ों के बीच आसानी से ग्लाइड करता है और कीट-पतंगों की संख्या नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है।
पानी में तैरने वाले सांप अपने लचीले और धारदार शरीर से पानी को चीरते हैं और पूंछ से जोर लगाकर आगे बढ़ते हैं। वहीं उड़ने वाले सांप अपने शरीर को चपटा कर S-आकार में लहराते हुए हवा में ग्लाइड करते हैं, जिससे उन्हें संतुलन और दिशा दोनों पर नियंत्रण मिलता है। इन अद्भुत क्षमताओं ने इन्हें समुद्री तटों, दलदलों, नदियों, जंगलों और मैंग्रोव जैसे विविध आवासों में सफलतापूर्वक जीवित रहने में मदद की है।