ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता है और ये नाम बिलकुल सही है। सोचिए, धूप और रेतीली जमीन में पानी की बूंदें भी मुश्किल से मिल रही हों, तब ऊंट बिना पानी पिए कई दिन कैसे जीवित रहता है। इसका राज ये है कि ऊंट जब पानी पीता है, तो वो बड़ी मात्रा में पीकर इसे अपने शरीर में स्टोर कर लेता है। जरूरत पड़ने पर ये नमी धीरे-धीरे इस्तेमाल होती है और ऊंट लंबे समय तक पानी के बिना रह सकता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कोई ऐसा जीव भी है, जो अपनी पूरी जिंदगी में पानी की एक बूंद भी नहीं पीता? जी हां ये छोटा सा, अद्भुत जीव है कंगारू रैट। ये अपने खाने से ही पानी की जरूरत पूरी करता है। प्रकृति ने इसे इतनी अद्भुत क्षमता दी है कि यह बिना पानी जिंदा रह सकता है।
अब हम आपको एक ऐसे जीव के बारे में बताएंगे, जो पूरी जिंदगी पानी की एक बूंद भी नहीं पीता। इसे कंगारू रैट या कंगारू चूहा कहते हैं। ये उत्तरी अमेरिका के रेगिस्तानों में पाया जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार अगर ये पानी पी जाए, तो इसका स्वास्थ्य खतरे में पड़ सकता है।
बिना पानी के जीवित कैसे रहता है?
कंगारू रैट ने अपने शरीर को इस तरह से विकसित किया है कि ये खाने से ही अपने शरीर की पानी की जरूरत पूरी करता है। इसका मतलब ये है कि ये जो बीज, फल या अन्य भोजन खाता है, वही उसके शरीर के लिए जरूरी पानी देता है। इसलिए इसे कभी पानी पीने की जरूरत नहीं पड़ती।
पानी बचाने की अद्भुत क्षमता
कंगारू रैट को पसीना भी नहीं आता, जिससे शरीर का पानी खोता नहीं है। इसके गुर्दे इतने मजबूत हैं कि ये हर बूंद पानी को अपने शरीर में बचाकर रखता है। इसी वजह से ये बिना पानी पीए लंबे समय तक जीवित रह सकता है।
ऊंट और कंगारू रैट जैसे जीव दिखाते हैं कि प्रकृति ने हर जीव को उसके वातावरण के हिसाब से अद्भुत तरीके से बनाया है। जहां ऊंट रेगिस्तान में पानी स्टोर करता है, वहीं कंगारू रैट बिना पानी के जीवित रहना सीख गया है।