राजस्थान का भीलवाड़ा जिला देशभर में अपने कपड़ा उद्योग के लिए जाना जाता है, लेकिन ये इलाका सिर्फ टेक्सटाइल तक सीमित नहीं है। यहां की धरती कई खतरनाक और जहरीली सांपों की प्रजातियों का भी घर है, जो इसे वन्यजीव प्रेमियों और रिसर्चर्स के लिए भी खास बनाता है। भीलवाड़ा के जंगलों और ग्रामीण इलाकों में करैत, रसल वाइपर, कोबरा, धामण और सा स्केल जैसे सांप पाए जाते हैं, जिन्हें भारत के सबसे जहरीले और आक्रामक सांपों में गिना जाता है। इनमें से कई इतने घातक होते हैं कि एक डंस में ही जान पर बन आती है।
खेतों में काम करने वाले किसान और ग्रामीण इन सांपों के खतरे से रोज दो-चार होते हैं। यहां के सांप न सिर्फ जंगलों में, बल्कि कभी-कभी रिहायशी इलाकों में भी दिखाई दे जाते हैं। तो आइए जानते हैं भीलवाड़ा में पाए जाने वाले इन खतरनाक सांपों की खासियत।
राजस्थान में नाग के नाम से मशहूर कोबरा सांप बेहद जहरीला होता है। इसके ज़हर में सिनौप्टिक न्यूरोटॉक्सिन और कार्डियोटॉक्सिन जैसे खतरनाक तत्व होते हैं, जो इंसान के न्यूरो सिस्टम को कुछ ही मिनटों में बंद कर देते हैं। इसका डंस लकवा मार सकता है, आंखों की रोशनी तक छिन सकती है। इसकी लंबाई लगभग डेढ़ मीटर तक होती है।
रसल वाइपर को भीलवाड़ा का सबसे खतरनाक सांप माना जाता है। ये सांप अजगर जैसा दिखता है लेकिन उससे कहीं ज्यादा जहरीला और आक्रामक होता है। इसका एक डंस 250 ग्राम तक जहर शरीर में छोड़ सकता है, जिससे खून के थक्के जम जाते हैं, किडनी फेल हो सकती है और चमड़ी तक फटने लगती है। यह 5 फीट दूर खड़े इंसान को भी पलक झपकते डंस सकता है।
करैत रात के समय चुपचाप सोते हुए इंसानों पर हमला करता है। इसकी सबसे खतरनाक बात ये है कि इसके डंस से दर्द नहीं होता और नींद में ही मौत हो जाती है। ये काले रंग का लंबा पतला सांप होता है, जिस पर सफेद धारियां होती हैं। भीलवाड़ा में करैत के डंस के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं।
छोटे आकार का ये सांप पहाड़ी इलाकों में ज्यादा पाया जाता है। भूरे रंग के इस सांप पर काले और सफेद धब्बे होते हैं। ये बेहद गुस्सैल और ज़हरीला होता है। इसकी आक्रामकता इसे खास बनाती है।
सांप के काटने पर क्या करें?
सीएमएचओ डॉ. सीपी गोस्वामी ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि, डंस की जगह पर हल्का चीरा लगाकर कपड़ा कसकर बांधना चाहिए, जिससे जहर न फैले। झाड़-फूंक की बजाय तुरंत अस्पताल पहुंचें। डंसे हुए व्यक्ति को नींद न आने दें, क्योंकि जहरीले डंस से आंखें भारी होने लगती हैं।
अगर घर में कोई सांप घुस आए तो उसे छेड़ने की गलती न करें। ज़्यादातर सांप इंसानों से डरते हैं और खुद-ब-खुद चले जाते हैं।