छत्तीसगढ़ से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर लोग हैरान भी हैं और गुस्से में भी। वीडियो में एक महिला नीली बत्ती लगी सरकारी गाड़ी के बोनट पर बैठकर केक काटती, स्नो स्प्रे उड़ाती और पूरे शाही अंदाज में अपना जन्मदिन मना रही है। ये कोई फिल्मी सीन नहीं, बल्कि हकीकत है और सोशल मीडिया पर अब ये क्लिप धड़ल्ले से वायरल हो रही है।
बताया जा रहा है कि ये महिला कोई आम नागरिक नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स (CAF) की 12वीं बटालियन में तैना DSP तस्लीम आरिफ की पत्नी फरहीन खान हैं। वीडियो में फरहीन गाड़ी के बोनट पर बैठकर केक काटती दिख रही हैं, जबकि उनके साथ आई बाकी महिलाएं बर्थडे की रील्स बनाने में मस्त हैं।
इतना ही नहीं, फरहीन विंडस्क्रीन पर पहले 32 और फिर 33 लिखती दिखाई देती हैं, मानो सरकारी गाड़ी उनकी पर्सनल प्रॉपर्टी हो। गाड़ी के दरवाजे खुले हैं, डिक्की भी खुली हुई है, और ड्राइवर सीट पर बैठा एक शख्स विंडस्क्रीन को पोंछते हुए साफ भी करता नजर आता है – ताकि रील में कोई कमी न रह जाए!
इस वीडियो ने पूरे इलाके में बहस छेड़ दी है। लोग पूछ रहे हैं – क्या वाकई सरकारी संसाधन अब पर्सनल पार्टीज के लिए हैं? वीडियो बलरामपुर जिले से काफी दूर किसी जगह का बताया जा रहा है, जहां ये शाही बर्थडे पार्टी हुई।
अब तक न तो DSP तस्लीम आरिफ ने और न ही किसी प्रशासनिक अधिकारी ने इस विवाद पर कोई बयान दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फरहीन खान अपने मायके अंबिकापुर (सरगुजा) में थीं और वहीं ये VIP बर्थडे मनाया गया।
नीली बत्ती का गलत इस्तेमाल
इस बर्थडे स्कैंडल से एक और सवाल उठता है – आखिर नीली बत्ती लगी सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल पिकनिक और वॉटरफॉल टूर के लिए कैसे किया जा रहा है? वायरल वीडियो के बाद कुछ और क्लिप्स सामने आए हैं, जिनमें फरहीन और उनके परिवार के सदस्य सरकारी गाड़ी में वॉटरफॉल घूमते दिख रहे हैं, मजे से वीडियो बना रहे हैं।
सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल सिर्फ और सिर्फ सरकारी कामों के लिए ही किया जा सकता है। नीली बत्ती वाले वाहन का पर्सनल या फैमिली फंक्शन में इस्तेमाल करना नियमों के खिलाफ है।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत सार्वजनिक संसाधनों का दुरुपयोग एक अपराध है, जिसके लिए सात साल तक की जेल और जुर्माना का प्रावधान है।