धरती पर हजारों तरह के सांप पाए जाते हैं, जिनमें से कुछ इतने जहरीले होते हैं कि उनका एक डसना ही किसी की जान लेने के लिए काफी है। लेकिन एक सवाल हमेशा लोगों के मन में आता है अगर दो जहरीले सांप गलती से या लड़ाई के दौरान एक-दूसरे को डस लें तो क्या होगा? क्या दोनों तुरंत मर जाएंगे या फिर दोनों के शरीर पर जहर का कोई असर नहीं होगा? ये सवाल जितना रोमांचक है, उतना ही हैरान करने वाला भी। सांपों की दुनिया रहस्यों से भरी है और इनमें सबसे दिलचस्प बात यही है कि कुछ सांप अपने ही जहर से प्रभावित नहीं होते।
इसीलिए जब दो जहरीले सांप आमने-सामने आते हैं, तो नतीजा हमेशा एक जैसा नहीं होता। कभी दोनों बच जाते हैं, तो कभी एक की जान चली जाती है। तो चलिए, जानते हैं इस रहस्य का वैज्ञानिक सच।
धरती पर 4000 से ज्यादा प्रजातियों का राज
दुनिया में करीब 4000 से अधिक प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं। इनमें से लगभग 600 प्रजातियां जहरीली होती हैं। ये सांप अफ्रीका से लेकर एशिया और अमेरिका तक हर महाद्वीप में पाए जाते हैं। कुछ के जहर इतने घातक होते हैं कि एक बूंद ही इंसान की जान लेने के लिए काफी होती है।
भारत में भी हैं कई खतरनाक प्रजातियां
भारत में करीब 300 प्रजातियों के सांप मिलते हैं, जिनमें से करीब 60 प्रजातियां जहरीली हैं। इनमें ‘चार सबसे घातक सांप’ शामिल हैं कोबरा, करैत, रसेल वाइपर और सॉ-स्केल्ड वाइपर। ये चारों सांप इतने जानलेवा हैं कि इन्हें “इंडियन बिग फोर” कहा जाता है।
दो सांप अगर गलती से काट लें एक-दूसरे को
अब सवाल आता है अगर दो जहरीले सांप आपस में लड़ाई के दौरान या गलती से एक-दूसरे को काट लें तो क्या होगा? क्या दोनों मर जाएंगे? दरअसल, कई बार सांप मादा के लिए झगड़ते हैं या भोजन के लिए भिड़ जाते हैं और इसी दौरान एक-दूसरे को डस लेते हैं। लेकिन परिणाम हमेशा एक जैसा नहीं होता।
एक ही प्रजाति के सांपों में ‘जहर प्रतिरोधक क्षमता’
अगर दोनों सांप एक ही प्रजाति के हों, तो संभव है कि दोनों में से कोई भी न मरे। वजह ये है कि उसी प्रजाति के सांपों के शरीर में उनके अपने जहर के प्रति प्राकृतिक एंटीबॉडीज मौजूद रहती हैं। यानी उनके शरीर ने समय के साथ ऐसा प्रतिरोधक तंत्र विकसित कर लिया होता है जो उनके अपने ही जहर को निष्क्रिय कर देता है।
दूसरी प्रजाति के होने पर हो सकता है खतरा
लेकिन अगर दोनों अलग-अलग प्रजातियों के सांप हों, तो स्थिति बिल्कुल उलटी हो जाती है। ऐसे में ज्यादा जहरीले सांप का जहर कम जहरीले सांप पर असर करता है, जिससे कम जहरीले सांप की मौत हो सकती है। उदाहरण के तौर पर, अगर एक किंग कोबरा किसी दूसरी प्रजाति जैसे वाइपर को काट ले, तो वाइपर की मौत तय मानी जाती है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से है बेहद रोचक मामला
वैज्ञानिकों के अनुसार, ये प्रकृति का एक अनोखा उदाहरण है जहां एक ही परिवार के जीव एक-दूसरे के जहर से सुरक्षित रहते हैं, लेकिन दूसरी प्रजाति के संपर्क में आते ही उनकी जान खतरे में पड़ जाती है। यही कारण है कि प्रकृति में सांपों की लड़ाई भले ही आम हो, लेकिन हर बार उसका नतीजा एक जैसा नहीं होता।