Donald Trump India Tariff: भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विवादित टैरिफ के आगे भारत झुक नहीं रहा, जो अमेरिका को परेशान कर रहा है। ट्रंप ने टैरिफ विवाद हल होने तक भारत के साथ किसी भी व्यापार वार्ता से इनकार किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति की यह टिप्पणी उनके प्रशासन के भारतीय आयातों पर टैरिफ दोगुना करके 50 फीसदी किए जाने के बाद आई है। इस बीच, गुजरात के वडोदरा में एक बंगले के ऊपर लगे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बैनर को स्थानीय कांग्रेस सदस्य जितेंद्र सोलंकी की शिकायत के बाद अधिकारियों ने शुक्रवार (8 अगस्त) को हटा दिया।
सोशल मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह बैनर मकरपुरा पुलिस क्षेत्राधिकार के अंतर्गत सरदार सोसाइटी स्थित एक बंगले के ऊपर लगाया गया था। सिद्धवाई माता रोड के पास लगे इस बैनर के खिलाफ सोलंकी ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और तुरंत इसे उतार दिया। यह कदम ट्रंप की तरफ से हाल ही में भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले के मद्देनजर उठाया गया है। सोलंकी ने कथित तौर पर कहा, "एक जागरूक नागरिक होने के नाते, मेरा मानना है कि राष्ट्र सर्वोपरि है। इसलिए मैंने इस बैनर के प्रदर्शन के खिलाफ कदम उठाया।"
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ टैरिफ का मुद्दा हल होने तक उसके साथ व्यापार वार्ता की संभावना से इनकार कर दिया है। ट्रंप से गुरुवार (8 अगस्त) को ओवल कार्यालय में पूछा गया था कि क्या उन्हें भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा करने के बाद व्यापार वार्ता आगे बढ़ने की उम्मीद है? इस पर उन्होंने कहा, "तब तक नहीं जबतक यह मुद्दा हल नहीं हो जाता।" पिछले सप्ताह ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जो सात अगस्त से लागू हो गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक कार्यकारी आदेश पर भी हस्ताक्षर किए, जिसके तहत रूस से तेल की खरीद के लिए भारत पर एक्स्ट्रा 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया। इसके साथ ही कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया। यह अमेरिका द्वारा किसी भी देश पर लगाए गए सबसे अधिक शुल्कों में से एक है। एक्स्ट्रा 25 प्रतिशत टैरिफ 21 दिनों बाद यानी 27 अगस्त से लागू होगा। टैरिफ पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि नई दिल्ली को निशाना बनाना अनुचित और अविवेकपूर्ण है।
मंत्रालय ने कहा, "किसी भी बड़ी अर्थव्यवस्था की तरह, भारत अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।" भारत और अमेरिका के मौजूदा हालात पर बात करते हुए प्रमुख भारतीय-अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने कहा कि ट्रंप के टैरिफ के बीच काफी कुछ दांव पर लगा है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप की इच्छा के अनुसार यूक्रेन के साथ सीजफायर स्वीकार नहीं किया। बत्रा ने X पर एक पोस्ट में कहा, "भारत को नुकसान पहुंचाना रूस को नुकसान पहुंचाने के बराबर है। लेकिन इससे हमें भी बहुत अधिक नुकसान होता है।"