पुणे रेप केस में एक चौंकाने वाला मोड़ आया है, एक रिपोर्ट के अनुसार, जिस महिला ने पहले दावा किया था कि एक पॉश सोसाइटी में उसके घर पर कूरियर डिलीवरी बॉय बन कर आए एक व्यक्ति ने उसके साथ बलात्कार किया था, उसने कथित तौर पर "गुस्से में" अपने दोस्त के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी पीड़िता का दोस्त था और दोनों एक-दूसरे को कई सालों से जानते थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि वे पहले भी महिला के घर पर कई बार मिल चुके थे और उन्होंने बुधवार को भी मिलने का फैसला किया, जिस दिन कथित घटना हुई थी।
NDTV ने पुलिस के हवाले से बताया कि IT प्रोफेशनल महिला ने पुलिस को बताया कि वह उस दिन यौन संबंध के लिए तैयार नहीं थी, फिर भी, उस व्यक्ति ने उसके साथ जबरदस्ती की।
दोनों लोगों की पहली मुलाकात एक कम्युनिटी इवेंट में हुई थी और वे दोस्त बन गए। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि आरोपी महिला के घर पार्सल मंगवाता था और जब उसका परिवार बाहर होता था, तब वह भी उसके घर आता था।
जैसे-जैसे जांच रहस्य में उलझती गई, महिला ने कथित तौर पर पुलिस के सामने अपने बयान में कबूल किया कि उसने शुरू में पुलिस को गलत जानकारी दी थी। इसका कारण बताते हुए उसने पुलिस को बताया कि जिस शाम वह उसके घर पहुंचा, तो वह यौन संबंध के लिए तैयार नहीं थी, लेकिन उसने उसे इसके लिए मजबूर किया।
NDTV ने पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार के हवाले से बताया, "इसलिए गुस्से में आकर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ बलात्कार हुआ है।"
उसने पहले अपनी शिकायत में दावा किया था कि डिलीवरी एजेंट बन कर आया एक व्यक्ति कोंढवा एरिया में उसके फ्लैट पर उस समय आया, जब वह अकेली थी और उसने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया।
उसने यह भी दावा किया कि आरोपी ने अपने फोन पर सेल्फी भी ली, जिसमें उसकी पीठ और उसके चेहरे का कुछ हिस्सा दिखाई दे रहा था। उसने दावा किया कि उसने एक मैसेज छोड़ा था कि उसने उसकी तस्वीरें ली हैं और अगर उसने पुलिस को घटना की सूचना दी तो वह उन्हें ऑनलाइन लीक कर देगा। उसने पहले दावा किया था कि मैसेज में लिखा था, "मैं वापस आऊंगा।"
हालांकि, संदिग्ध को हिरासत में लेने के बाद पुलिस को पता चला कि सेल्फी लेने वाली महिला ही थी। असली तस्वीर में उसका चेहरा साफ दिख रहा था, लेकिन उसने उसे एडिट किया और कथित धमकी भरा मैसेज भी टाइप किया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों के परिवार एक-दूसरे को जानते थे। संदिग्ध व्यक्ति एक हाई क्वालिफाइड प्रोफेशनल था। पुलिस ने आगे पुष्टि की कि महिला के चेहरे पर कोई स्प्रे भी नहीं छिड़का गया था, जैसा कि पहले शक था।
पुलिस ने कहा, "हम अभी भी यह पता लगा रहे हैं कि पीड़िता ने बलात्कार का आरोप क्यों लगाया और इसकी जांच अभी भी जारी है, क्योंकि लड़की की मानसिक स्थिति फिलहाल ठीक नहीं है।"