Prasanna Sankar Rippling Co-Founder: भारतीय मूल के अरबपति बिजनेसमैन और HR कंपनी Rippling के को-फाउंडर प्रसन्ना शंकर इन दिनों अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी सुर्खियों में हैं। हाल के दिनों में प्रसन्ना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कई पोस्ट कर अपना दर्द बयां किया है। इंजीनियर ने अपनी पत्नी पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने एक पोस्ट में दावा किया कि उन्हें झूठी शिकायतों के मामले में प्रताड़ित किया जा रहा है। प्रसन्ना शंकर ने अपनी पत्नी पर झूठे आरोप और बेटे को जबरदस्ती अमेरिका ले जाने की कोशिश के गंभीर आरोप लगाए हैं।
10 अरब डॉलर की कंपनी के मालिक प्रसन्ना शंकर ने एक्स पोस्ट में दावा किया है कि, उनकी पत्नी का किसी और के साथ अफेयर है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी अब तलाक के लिए बड़ी राशि मांग रही हैं और चेन्नई पुलिस की मदद से उन्हें परेशान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वो अभी तलाक के दौर से गुजर रहे हैं। बाद में, दिव्या ने प्रसन्ना पर घरेलू हिंसा और सेक्सुअल परवर्ट होने का आरोप लगाया। शंकर के अनुसार, विवाद तब बढ़ा जब उन्होंने तलाक की कार्यवाही में तय 9 करोड़ रुपये से अधिक अतिरिक्त रकम देने से इनकार कर दिया। उन्होंने यह भी दावा किया कि एक समझौते के तहत उनके बेटे की पूरी कस्टडी उन्हें मिली थी और बच्चे को स्वेच्छा से उनके हवाले किया गया था। दूसरी ओर, पत्नी दिव्या ने शंकर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
टॉप कोडर से सिलिकॉन वैली के अरबपति तक
वर्कफोर्स मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म रिपलिंग के सह-संस्थापक प्रसन्ना शंकर ने तकनीकी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। फोर्ब्स के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति करीब 1 अरब डॉलर (9,000 करोड़ रुपये) आंकी गई है। प्रतिस्पर्धी कोडिंग में शीर्ष स्थान हासिल करने से लेकर सिलिकॉन वैली के सफल उद्यमी बनने तक, उनकी यात्रा बेहद प्रेरणादायक रही है।
भारत से अमेरिका तक का सफर
प्रसन्ना शंकर का पूरा नाम प्रसन्ना शंकरनारायणन है। वह भारत में जन्मे और पले-बढ़े हैं। उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) त्रिची से 2004-2008 के बीच कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की। कॉलेज के दौरान ही वह प्रोग्रामिंग में भारत के नंबर-1 कोडर बन गए और टॉपकोडर व Google कोड जैम जैसे प्लेटफॉर्म पर अपनी प्रतिभा साबित की।
स्नातक के बाद, उन्होंने Google और Microsoft जैसी दिग्गज कंपनियों में काम किया। बाद में, उन्होंने स्टार्टअप की दुनिया में कदम रखा और सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म LikeALittle की स्थापना की। इसके बाद, वह HR सॉफ्टवेयर कंपनी ज़ेनेफ़िट्स में इंजीनियरिंग डायरेक्टर बने।
2016 में रिप्लिंग की शुरुआत
प्रसन्ना शंकर ने 2016 में पार्कर कॉनराड के साथ मिलकर "रिप्लिंग" कंपनी की सह-स्थापना की। यह कंपनी एचआर, आईटी और वित्तीय कार्यों को एक ही प्लेटफॉर्म पर जोड़कर वर्कफोर्स मैनेजमेंट को आसान बनाती है। रिप्लिंग का मूल्यांकन 10 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है, जिससे शंकर की संपत्ति में काफी इजाफा हुआ है।
रिप्लिंग छोड़ने के बाद नई शुरुआत
शंकर वर्तमान में सिंगापुर में रहते हैं और उन्होंने अपने बिजनेस को कई क्षेत्रों में फैलाया है। 2020 में रिप्लिंग छोड़ने के बाद, उन्होंने 2023 में "0xPPL" नाम से एक सोशल नेटवर्क प्लेटफॉर्म शुरू किया, जो खासतौर पर क्रिप्टो के लिए बनाया गया है।