कभी उड़ती हैं तो कभी रंग बदलती हैं, आखिर क्या है भारत की खास लिजर्ड्स के राज?

प्रकृति के अद्भुत संतुलन में भारत की छिपकलियां खास भूमिका निभाती हैं। चाहे वो घर की दीवारों पर दिखने वाले हों, बगीचों में रंग-बिरंगी गार्डन लिजर्ड्स, या फिर जंगलों में उड़ने वाली और विशाल मॉनिटर लिजर्ड्स । हर प्रजाति की अपनी खास कहानी है।

अपडेटेड Jul 31, 2025 पर 19:05
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प्रकृति के अद्भुत संतुलन में भारत की छिपकलियां खास भूमिका निभाती हैं। चाहे वो घर की दीवारों पर दिखने वाले हों, बगीचों में रंग-बिरंगी गार्डन लिजर्ड्स, या फिर जंगलों में उड़ने वाली और विशाल मॉनिटर लिजर्ड्स । हर प्रजाति की अपनी खास कहानी है।

आइए आपको हम बताते हैं कि इंडिया की 8 प्रमुख छिपकली प्रजातियां कौन-कौन सी हैं और वो कैसे पर्यावरण के साथ अपना तालमेल बिठा लेती हैं।

अगामा (Agama)
रॉक या चट्टानों पर बरसों सूर्य स्नान करती है ये रंगीन छिपकली। इस तरह की छिपकली मुख्य रूप से मेटिंग सीजन यानी प्रजनन काल में चमकीले रंग की दिखाती है।

गार्डन लिजर्ड (Calotes versicolor)
इस प्रजाती की छिपकली शहरी क्षेत्र में काफी आम मानी जाती है। अपने रंग थोड़े बदलकर आसपास में घुल-मिल जाती है, और साथ ही कीड़े को नियंत्रण करने में सहायक होती हैं।

इंडियन कैमेलियन (Chamaeleo zeylanicus)
इस प्रजाती के पास रंग बदलने वाली अद्भुत काबिलियत होती है साथ ही स्वतंत्र आंखों की दृष्टि और तेज जीभ जो कीड़े को तुरंत दबोज लेती है

फैन-थ्रोटेड लिजर्ड (Sitana ponticeriana)
यह छिपकलियां छोटी होती है लेकिन काफी प्रभावशाली होती हैं। इनके गरदन पर रंगीन कलर का एक आकार फैलता है। समर में दिखने वाला प्रजनन प्रदर्शन आकर्षक होता है।

फ्लाइंग लिजर्ड (Draco dussumieri)
पश्चिमी घाटों में रहने वाली उड़ने वाली छिपकली जो पेड़ से पेड़ पर फ्लाइ करती है और कीड़े-मकोड़े खाती है।

गीको (Gecko / House lizard)
यह छिपकली रात में दीवारों और छतों पर चलती है। चिपचिपे पांवों की मदद से कीड़े खाकर घर में कीट नियंत्रण करते है।

रॉक लिजर्ड (Rock lizards)
चट्टानी इलाकों में रहने वाली ये छिपकली एक जगह पर टिकी हुई रहती है इसके साथ ही ये चट्टानों के रंग से मिल जाती है। जिस भी सतह पर रहेगी चाहे वो बगीचा हो या पहाड़ यह किसी भी रंग में बदल सकती है।

यह विविध प्रजातियां शहरी इलाकों से लेकर जंगलों और रेगिस्तानों तक हर जगह अनुकूल हो चुकी हैं। उनकी अभूतपूर्व रूपांतर क्षमता रंग बदलना, उड़ना, दीवारों पर चढ़ना उन्हें पर्यावरण के सर्वश्रेष्ठ अनुकूलक बनाती है।

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