शादी हर किसी के जीवन में बेहद खास अवसर होती है। ये सिर्फ दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों, संस्कृतियों और परंपराओं का भी संगम होता है। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में शादी के जश्न को मनाने के तरीके बेहद अनोखे और कभी-कभी अजीब भी होते हैं। कुछ जगहों पर दुल्हन और दूल्हे के लिए मजेदार खेल रखे जाते हैं, तो कहीं पर पारंपरिक रस्में इतनी विचित्र होती हैं कि सुनकर हैरानी होती है। इन अजीबो-गरीब रस्मों के पीछे सिर्फ मनोरंजन का उद्देश्य नहीं होता, बल्कि उनका गहरा सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व होता है। ये परंपराएं रिश्तों में सहयोग, धैर्य, टीमवर्क और सम्मान की भावना को मजबूत करती हैं।
चाहे वो दूल्हे के जूते की चोरी हो, दुल्हन पर कालिख डालना, या मेहमानों द्वारा बर्तन तोड़ना – हर रस्म के पीछे एक कहानी और सीख छिपी होती है। ऐसे ही कुछ रोचक और मजेदार शादी की परंपराओं को जानना आपके लिए बेहद दिलचस्प होगा।
स्कॉटलैंड के कुछ इलाकों में शादी से पहले दोस्तों की टोली दूल्हा-दुल्हन पर कालिख और आटा जैसी गंदी चीजें डाल देती है। इसका मकसद जोड़े की सहनशीलता और टीमवर्क को परखना है। अगर वे इस अपमान को झेलकर एक साथ रह सकते हैं, तो शादी और जीवन की सभी चुनौतियों का सामना कर पाएंगे।
हिंदू शादियों में दूल्हे का जूता चोरी करना एक मजेदार रस्म है। दुल्हन की सहेलियां और बहनें चुपके से दूल्हे के जूते छीन लेती हैं। इसे तब तक लौटाया नहीं जाता, जब तक दूल्हा मजेदार सौदेबाजी के जरिए जूते वापस न पाये। ये रस्म दोस्ताना रिश्तों और मस्ती का प्रतीक मानी जाती है।
किर्गिस्तान में एक समय पुरुष अपनी पसंद की महिला का अपहरण कर उसे शादी के लिए मजबूर कर देते थे। भारत के कुछ ग्रामीण हिस्सों में भी इसी तरह की परंपरा रहती है। हालांकि आज इसे अवैध घोषित कर दिया गया है, लेकिन पुराने समय में इसे कुछ जगहों पर सांस्कृतिक रस्म माना जाता था।
जर्मनी में नवविवाहित जोड़ों के घर मेहमान आने पर बर्तन तोड़ते हैं। इसका मकसद जोड़े को टीमवर्क और साथ काम करने का महत्व सिखाना है। बर्तन तोड़ने के बाद जोड़े मिलकर सफाई करते हैं, जिससे उनके बीच सहयोग और समझदारी बढ़ती है।
ऑस्ट्रिया में रिसेप्शन के दौरान नवविवाहित जोड़े को एक लकड़ी का लट्ठा आधा काटना पड़ता है। ये रस्म उन्हें शादी में टीमवर्क और मिलकर चुनौतियों का सामना करने का संदेश देती है।