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Alphabet की वैल्यूएशन 3 लाख करोड़ डॉलर के पार, 15 सितंबर को शेयर 3% से ज्यादा उछले

भारत के समय के अनुसार रात 10:20 बजे (अमेरिका में दिन के 12:50 बजे) अल्फाबेट का शेयर 3.21 फीसदी के उछाल के साथ 249.12 डॉलर चल रहा था। अल्फाबेट का शेयर इस साल अप्रैल के अपने सबसे निचले स्तर से 70 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुका है। इससे कंपनी की वैल्यूएशन में 1.2 अरब डॉलर से ज्यादा का इजाफा हुआ है

अपडेटेड Sep 15, 2025 पर 11:03 PM
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15 सितंबर को सिटीग्रुप के एनालिस्ट रोन जोसी ने अल्फाबेट के शेयरों का टारगेट प्राइस 225 डॉलर से बढ़ाकर 280 रुपये कर दिया।

अल्फाबेट दुनिया की उन कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गई है, जिनकी वैल्यूएशन 3 लाख करोड़ डॉलर के पार है। अल्फाबेट दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल की पेरेंट कंपनी है। अल्फाबेट की वैल्यूएशन 15 सितंबर को 3 लाख करोड़ डॉलर (ट्रिलियन) को पार हो गई। दरअसल, 15 सितंबर को अमेरिकी मार्केट खुलने पर अल्फाबेट के शेयरों में जबर्दस्त तेजी देखने को मिली। 4.3 फीसदी के उछाल के साथ यह शेयर 251.22 डॉलर पर पहुंच गया। इससे कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 3 ट्रिलियन डॉलर से ज्यााद हो गया।

अप्रैल के लो लेवल से 70 फीसदी चढ़ चुका है स्टॉक

भारत के समय के अनुसार रात 10:20 बजे (अमेरिका में दिन के 12:50 बजे) Alphabet का शेयर 3.21 फीसदी के उछाल के साथ 249.12 डॉलर चल रहा था। अल्फाबेट का शेयर इस अप्रैल के अपने सबसे निचले स्तर से 70 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुका है। इससे कंपनी की वैल्यूएशन में 1.2 अरब डॉलर से ज्यादा का इजाफा हुआ है। दुनिया में ऐसी कंपनियां तीन हैं, जिनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 3 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है। इनमें Nvidia, Microsoft और Apple शामिल हैं।


बीते एक साल में 56 फीसदी चढ़ा है स्टॉक

गूगल की पेरेंट कंपनी के दूसरी तिमाही के नतीजों में रेवेन्यू और प्रॉफिट में डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिली थी। इसका असर शेयरों पर पड़ा था। तब से कंपनी के शेयर में 30 फीसदी से ज्यादा तेजी आ चुकी है। इस साल गूगल का शेयर करीब 31 फीसदी चढ़ा है, जबकि बीते एक साल में इसका रिटर्न 56.77 फीसदी रहा है। अभी एनवीडिया दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्यूएशन वाली कंपनी है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 4 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा है। दूसरे नंबर पर माइक्रोसॉफ्ट है, जिसकी वैल्यूएशन 3.8 लाख करोड़ डॉलर है। तीसरे पायदान पर एपल है जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 3 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा है।

सिटीग्रुप ने शेयरों का टारगेट प्राइस बढ़ाया

अल्फाबेट के शेयरों में आई तेजी की वजह एंटीट्रस्ट मामले में आया फैसला है। इस फैसले से कंपनी को बड़ी राहत मिली है। उसे अपने क्रोम ब्राउजर को भी बेचने की नौबत नहीं आएगी। कंपनी की दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद एंटीट्रस्ट मामले में फैसला आया है। कंपनी के दूसरी तिमाही के नतीजों से ऐसा लगता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मांग से कंपनी की सेल्स बढ़ रही है। 15 सितंबर को सिटीग्रुप के एनालिस्ट रोन जोसी ने अल्फाबेट के शेयरों का टारगेट प्राइस 225 डॉलर से बढ़ाकर 280 रुपये कर दिया।

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सर्च इंजन में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बावजूद गूगल का बेहतर प्रदर्शन

सिटी का मानना है कि Gemini के बढ़ते इस्तेमाल से प्रोडक्ट डेवलपमेंट साइकिल रफ्तार पकड़ रही है। इसका इस्तेमाल ऐड्स और क्लाउंड बिजनेस दोनों में बढ़ रहा है। जोसी ने कहा कि यह तब जब है जब कंपनी से जुड़े रेगुलेटरी चैलेंज को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। उन्होंने कहा कि सर्च बिजनेस में बढ़ती प्रतियोगिता के बावजूद अल्फाबेट का प्रदर्शन बेहतर है। क्लाइंट्स को लिखे नोट में उन्होंने कहा कि ज्यादा डिमांड के बीच कंपनी की मुनाफा बनाने की क्षमता बढ़ रही है।

MoneyControl News

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First Published: Sep 15, 2025 10:49 PM

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