US vs China Trade War: अमेरिका और चीन के बीच गहराते ट्रेड वार के बीच पर्यटकों पर भी पड़ने लगा है। चीन ने अपने नागरिकों को अमेरिका जाने को लेकर रिस्क अलर्ट जारी किया है। चीन के कल्चर एंड टूरिज्म मिनिस्ट्री ने इसे लेकर कहा कि चीन के पर्यटकों को अमेरिका की यात्रा को लेकर रिस्क समझने और सावधानी के साथ यात्रा करने के लिए कहा गया है। इसमें हाल ही में दोनों देशों के बीच आर्थिक और कारोबारी संबंधों में गिरावट और अमेरिका में घरेलू सुरक्षा स्थिति का हवाला दिया गया है। यह ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और चीन के बीच कारोबारी लड़ाई नई ऊंचाई पर पहुंच गई है और अमेरिका ने न सिर्फ चीन पर टैरिफ बढ़ाकर 125 फीसदी कर दिया बल्कि चीन को छोड़ बाकी देशों को टैरिफ में 90 दिनों के लिए राहत दी है।
स्टुडेंट्स के लिए भी अलर्ट जारी
मौजूदा परिस्थितियों में चीन के कल्चर एंड टूरिज्म मिनिस्ट्री ने अपने नागरिकों को अमेरिका की यात्रा पर जाने से पहले सभी रिस्क को समझने के लिए कहा है। सिर्फ यहीं नहीं, ऐसी ही बात चीन के शिक्षा मंत्रालय ने भी की है। मिनिस्ट्री ऑफ एडुकेशन ने चीन के स्टुडेंट्स को अमेरिका के कुछ राज्यों में पढ़ाई से जुड़े सुरक्षा के खतरों का आकलन करने को कहा है।
अमेरिका और चीन के बीच कारोबारी जंग कहां तक पहुंची?
चीन पर अमेरिका ने 2 अप्रैल को 34 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान किया था जिसके चलते पहले के टैरिफ को मिलाकर प्रभावी टैरिफ 54 फीसदी हो गया। हालांकि जब चीन ने भी 34 फीसदी का जवाबी टैरिफ लगाया और ट्रंप ने इसे हटाने को कहा तो चीन के नहीं मानने पर ट्रंप ने 50 फीसदी का टैरिफ और लगा दिया जिससे प्रभावी टैरिफ 104 फीसदी पर पहुंच गया। हालांकि फिर चीन ने जब 84 फीसदी का टैरिफ लगाया तो अमेरिका ने बौखलाते हुए 125 फीसदी के टैरिफ का ऐलान कर दिया।