Bangladesh Elections 2026: बांग्लादेश में 13वां संसदीय चुनाव 12 फरवरी 2026 को होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) एएमएम नासिर उद्दीन ने गुरुवार (11 दिसंबर) को यह घोषणा की। अगस्त 2024 में छात्रों के नेतृत्व में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाए जाने के बाद यह पहला चुनाव होगा। सभी 300 संसदीय सीटों के लिए एक साथ मतदान होगा। बांग्लादेश के CEC ने कहा कि देश दुनिया को यह दिखाने के लिए तैयार है कि वह स्वतंत्र और लोकतांत्रिक चुनाव करा सकता है।
शेड्यूल के अनुसार, नामांकन 29 दिसंबर, 2025 तक दाखिल किए जाएंगे। इनकी जांच 30 दिसंबर से अगले साल 4 जनवरी तक की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 20 जनवरी है। उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट 21 जनवरी को जारी की जाएगी।
उम्मीदवार 22 जनवरी से 10 फरवरी तक चुनाव से 48 घंटे पहले तक प्रचार कर सकते हैं। मतदान सुबह 7:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक चलेगा। यह राष्ट्रीय चुनाव अगस्त 2024 में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने वाले हिंसक छात्र-नेतृत्व वाले विद्रोह के बाद होगा। मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाला अंतरिम प्रशासन तब से देश पर शासन कर रहा है।
अंतरिम सरकार ने शेख हसीना की बांग्लादेश अवामी लीग की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। चुनाव आयोग ने पार्टी का रजिस्ट्रेशन ही स्थगित कर दिया है। जब तक अंतरिम सरकार और चुनाव आयोग बैन नहीं हटाते आवामी लीग चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाएगी। पार्टी के कई नेता या तो फरार हैं या जेल में हैं।
आने वाले चुनावों में मुख्य मुकाबला पूर्व पीएम खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और जमात-ए-इस्लामी के बीच होगा। माना जा रहा है कि शेख हसीना के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करने वाली नई बनी नेशनल सिटिजन्स पार्टी (NCP) भी आने वाले चुनावों में हिस्सा लेगी।
इस चुनाव को बांग्लादेश के लोकतंत्र के लिए एक अहम परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है। इसमें मुख्य चिंताएं लोकतांत्रिक नियमों को बहाल करने, अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने, भारत के साथ संबंधों को सुधारने और न्यायपालिका की आजादी को मजबूत करने पर केंद्रित हैं। भारत ने उम्मीद जताई है कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, विश्वसनीय, समावेशी और भागीदारी वाला होगा।