म्यांमार में शुक्रवार दोपहर 12 बजे के आसपास भूकंप के झटके महसूस किए गए। म्यांमार के बाद थाईलैंड, बांग्लादेश, भारत और चीन में भी भूकंप से धरती हिली लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान म्यांमार और थाईलैंड में हुआ। भारी तबाही के बीच थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने बैंकॉक में इमरजेंसी लगा दी है।वहीं म्यांमार और थाईलैंड के बाद पूर्वोत्तर भारत के राज्य मेघालय (Meghalaya) में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। यह भूकंप मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स में आया है, जिसकी तीव्रता रिक्टर 4.4 था। हालांकि, भारत में अभी तक इससे किसी भी तरह के नुकसान या जान-माल की क्षति की खबरें सामने नहीं आई हैं।
चीन और बांग्लादेश में भी आया भूंकप
चीन में भी 28 मार्च को भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप चीन के दक्षिण-पश्चिम युन्नान प्रांत में आया था। इसकी जानकारी बीजिंग की भूकंप एजेंसी द्वारा साझा की गई. इस भूकंप की तीव्रता 7.9 मापी गई है। वहीं बांग्लादेश की राजधानी ढाका और चटगांव समेत देश के कई हिस्सों में शुक्रवार को 7.3 तीव्रता का भूकंप आया। इस दौरान किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं मिली है। बांग्लादेश मौसम विभाग के अनुसार, दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र बांग्लादेश सीमा के पास म्यांमा के मांडले में था।
एक के बाद एक आए भूंकप के झटके
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप के झटके दो बार महसूस किए गए। पहला म्यांमार में और दूसरा थाईलैंड में आया। म्यांमार के मांडले में एक मशहूर पुल भूकंप से क्षतिग्रस्त हो गया लेकिन थाईलैंड में हुए नुकसान की आधिकारिक जानकारी अभी नहीं मिली है। यूएसजीएस के मुताबिक, भूकंप का केंद्र सागाइंग शहर से 16 किलोमीटर दूर और 10 किलोमीटर की गहराई में था। बैंकॉक से भूकंप के खौफनाक वीडियो सामने आए हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने बैंकॉक में भूकंप के वीडियो शेयर किए। वीडियो में इमारतें तेजी से हिलती दिखीं, और लोग घबराकर ऊंची इमारतों और होटलों से बाहर निकलते नजर आए। कई इमारतों को खाली कराना पड़ा क्योंकि भूकंप के झटकों से वे हिलने लगी थीं।
पीएम मोदी ने बढ़ाया मदद का हाथ
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को म्यांमार और थाईलैंड में भीषण भूंकप के कारण उत्पन्न स्थिति पर चिंता जताई है। पीएम मोदी ने कहा कि इस घड़ी में भारत दोनों देशों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के मद्देनजर पैदा हुई स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।’