यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ युद्ध खत्म होने के बाद वह पद छोड़ने के लिए तैयार होंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी प्राथमिकता एक और कार्यकाल की चाहत रखने के बजाय इस संघर्ष को खत्म करना है। उन्होंने एक्सियोस से कहा, "मेरा लक्ष्य युद्ध खत्म करना है, न कि अगले कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ना।"
ये बयान साफ इशारा करते हैं कि जेलेंस्की हमेशा सत्ता में बने रहने का इरादा नहीं रखते। रूस के 2022 के हमले के बाद जेलेंस्की दुनिया भर में चर्चित हो गए थे, लेकिन मास्को अक्सर उन्हें "गैर-कानूनी नेता" कहकर खारिज करता रहा है।
इस साल की शुरुआत में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा था कि क्रेमलिन जेलेंस्की के साइन किए गए किसी भी शांति समझौते को स्वीकार नहीं करेगा।
लावरोव ने NBC न्यूज से कहा, "जब दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने का समय आएगा, तो हमें पूरी तरह साफ समझ होनी चाहिए कि हस्ताक्षर करने वाला व्यक्ति वैध नेता है। और इस समय जेलेंस्की वैध नहीं हैं।" उन्होंने आगे कहा कि क्रेमलिन की नजर में जेलेंस्की सिर्फ "शासन का असली मुखिया" हैं, न कि यूक्रेन के कानूनी नेता।
UN में बोले जेलेंस्की: रूस युद्धविराम नहीं चाहता
संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि युद्धविराम की संभावना नहीं ,है क्योंकि रूस को शांति में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि रूस ने हजारों यूक्रेनी बच्चों का अपहरण किया है, आम नागरिकों के ढांचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) को निशाना बनाया है और यूरोप को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है।
जेलेंस्की ने कहा, “यूक्रेनी लोग शांतिप्रिय हैं, चाहे हालात कितने भी खूनी क्यों न हों।” इसके बाद उन्होंने प्रतिनिधियों से सवाल किया, “हमारे बच्चों को घर लाने में और कितना समय लगेगा?”
जेलेंस्की ने चेतावनी दी कि अगर यूरोप ने समय रहते कदम नहीं उठाए, तो मोल्दोवा पर भी रूस का असर बढ़ सकता है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से यूक्रेन को और मजबूत समर्थन देने की अपील की।
रूस की बड़ी सैन्य ताकत की तुलना में यूक्रेन की सीमित क्षमता पर बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा, “यूक्रेन के पास तानाशाहों की परेड में दिखाए जाने वाले बड़े-बड़े मिसाइल नहीं हैं। हमें अपनी जिंदगी की रक्षा के लिए ड्रोन विकसित करने पड़े। ब्लैक सी में हमारी जीत इसी वजह से हुई, क्योंकि रूस ने हमें और कोई विकल्प नहीं छोड़ा।”