Imran Khan Death Rumors: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ(PTI) के संस्थापक इमरान खान की मौत की अफवाहों से सोशल मीडिया पर सनसनी मची हुई है। अफगानिस्तान स्थित एक आउटलेट की रिपोर्ट के बाद यह दावा किया गया कि रावलपिंडी की अदियाला जेल के अंदर उनकी हत्या कर दी गई है। यह अफवाह तेजी से फैली और तुरंत ही PTI समर्थकों का एक बड़ा समूह अदियाला जेल के बाहर इकट्ठा हो गया।
समर्थकों का जमावड़ा, खान परिवार को हिरासत में लिया गया
अफवाह फैलते ही हजारों PTI समर्थक अदियाला जेल के बाहर जमा हो गए और खान की स्थिति के बारे में जवाब की मांग करने लगे। सैन्य सरकार को तत्काल अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने पड़े। अफवाह फैलने से कुछ घंटे पहले, रावलपिंडी पुलिस ने इमरान खान की बहनों को हिरासत में लिया था, जो अपने भाई से मिलने नहीं दिए जाने के विरोध में जेल के पास धरने पर बैठी थीं।
यह अफवाह तब और तेज हो गई जब पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के आधिकारिक नोट के रूप में स्टाइल की गई एक फर्जी प्रेस विज्ञप्ति ऑनलाइन प्रसारित होने लगी, जिसमें खान की मौत की झूठी घोषणा की गई थी। पाकिस्तान के सूचना मंत्रालय ने इस दस्तावेज को फर्जी बताते हुए खारिज कर दिया और जनता से इस 'गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार' को अस्वीकार करने का आग्रह किया।
मौत की अफवाहों के बीच, इमरान खान का पहले दिया गया बयान फिर से चर्चा में आ गया। उन्होंने कहा था कि अगर हिरासत में उन्हें कुछ भी होता है, तो इसके लिए सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। दरअसल कुछ महीनों पहले इमरान खान ने कहा था कि, 'हाल के दिनों में मुझे जेल में जिस कठोर व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है, वह बढ़ गया है। यही बात मेरी पत्नी बुशरा बीबी पर भी लागू होती है... हमारे सभी मूल अधिकार, मानवाधिकार और कैदियों को कानूनी रूप से दिए गए अधिकार हम दोनों के लिए निलंबित कर दिए गए हैं। इसलिए मैं अपनी पार्टी को स्पष्ट निर्देश देता हूं- अगर मुझे जेल में कुछ होता है, तो आसिम मुनीर को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।' उन्होंने आगे कहा था कि, 'वह पूरी जिंदगी जेल में बिताने के लिए तैयार हैं, लेकिन अत्याचार और उत्पीड़न के सामने झुकने का कोई सवाल ही नहीं है।'
इमरान खान और जनरल मुनीर के बिगड़े संबंध
इमरान खान और जनरल आसिम मुनीर के बीच का टकराव पाकिस्तान की सत्ता की सबसे महत्वपूर्ण प्रतिद्वंद्विताओं में से एक रहा है। साल 2019 में जब खान प्रधानमंत्री थे, उन्होंने मुनीर को ISI प्रमुख के पद से केवल आठ महीने के कार्यकाल के बाद हटा दिया था। रिपोर्टों से पता चलता है कि मुनीर ने इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी से जुड़े कथित भ्रष्टाचार पर चिंता जताई थी।
इसके बाद मुनीर के सेना प्रमुख बनने के बाद टकराव और तेज हो गया। इमरान खान ने सार्वजनिक रूप से उन्हें पाकिस्तान के इतिहास में 'सबसे दमनकारी तानाशाह' कहा, और उन पर राजनीतिक कार्रवाई, हिरासत में उन्हें और उनकी पत्नी को प्रताड़ित करने और सैन्य शासन को बढ़ाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।