नेपाल में Gen-Z आंदोलन में जान गंवाने वालों के लिए बड़ा ऐलान, अंतरिम सरकार देगी 10 लाख

Sushila Karki : नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने पदभार संभालने के बाद कहा कि 8 सितंबर की घटना में मारे गए सभी लोगों को शहीद घोषित किया गया है। उनके परिवारों को 10-10 लाख रुपये की मदद दी जाएगी। घायलों का पूरा इलाज और मुआवजा सरकार की ओर से दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शवों को काठमांडू से उनके जिलों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी

अपडेटेड Sep 14, 2025 पर 3:29 PM
Story continues below Advertisement
नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की रविवार को सिंहदरबार पहुंचीं और औपचारिक रूप से पदभार संभाला।

नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की रविवार को सिंहदरबार पहुंचीं और औपचारिक रूप से पदभार संभालावहीं पदभार संभालते ही अंतरिम पीएम सुशीला कार्की ने बड़ा ऐलान किया है। अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने 14 सितंबर को पद संभालते ही Gen-Z आंदोलन में जान गंवाने वालों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके अलावा प्रदर्शन में घायलों के इलाज की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी।

Gen-Z आंदोलन में जान गंवाने वालों के लिए बड़ा ऐलान

नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने पदभार संभालने के बाद कहा कि 8 सितंबर की घटना में मारे गए सभी लोगों को शहीद घोषित किया गया है। उनके परिवारों को 10-10 लाख रुपये की मदद दी जाएगी। घायलों का पूरा इलाज और मुआवजा सरकार की ओर से दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शवों को काठमांडू से उनके जिलों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी। कार्की ने स्वीकार किया कि नेपाल इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है, इसलिए अब सबको मिलकर पुनर्निर्माण पर काम करना होगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इस घटना में कई लोगों की निजी संपत्ति जलकर नष्ट हो गई है। सरकार उन्हें भी अकेला नहीं छोड़ेगी और कुछ मुआवजा देने के उपायों पर काम करेगी। यह मदद आसान कर्ज या किसी और तरीके से दी जा सकती है।

प्रदर्शन में 53 लोगों की गई थी जान

बता दें कि नेपाल की अंतरिम सरकार यह सबसे पहला फैसला है। नेपाल में बीते दिनों हुए इस हिंसक प्रदर्शन में अभी तक करीब 53 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 400 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। नेपाल में सोशल मीडिया बैन होने से युवाओं में काफी आक्रोश पैदा हो गया था। राजधानी काठमांडू समेत कई शहरों में 8 सितंबर को लोगों की भीड़ जमा हुई। पहले तो शांति पूर्ण प्रदर्शन शुरू हुआ। कुछ ही देर में प्रदर्शनकारियों और पुलिस में बहस और झड़प शुरू हो गई। तीन दिनों तल चले इस प्रदर्शन में भारी हिंसा हुई थी। इस प्रदर्शन के कारण ही केपी शर्मो ओली को अपने पद से इस्तीफा तक देना पड़ा था।


MoneyControl News

MoneyControl News

First Published: Sep 14, 2025 3:29 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।