Nepal Protest: जब सुशीला कार्की के पति ने हाईजैक किया वो विमान, जिसमें सवार थीं भारतीय एक्ट्रेस माला सिन्हा
सुशील कार्की के सुर्खियों में आने के साथ ही, न्यायपालिका में उनका करियर और निजी जीवन भी सुर्खियां बटोरने लगा। हालांकि, उनका निजी जीवन और भी दिलचस्प है, वो भी उनकी पति की वजह से। सुशीला कार्की की शादी नेपाली कांग्रेस के पूर्व युवा नेता दुर्गा प्रसाद सुबेदी से हुई है, जिनसे उनकी मुलाकात उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में पढ़ाई के दौरान हुई थी
Nepal Protest: जब सुशीला कार्की के पति ने हाईजैक किया वो विमान, जिसमें सवार थीं भारतीय एक्ट्रेस माला सिन्हा
नेपाल की पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की, हमारे पड़ोसी देश की अंतरिम प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं। केपी ओली की सरकार के खिलाफ युवाओं के सड़कों पर उतरने, हिंसक विरोध प्रदर्शन और राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लेकर मंत्रियों तक के इस्तीफे के बाद से ही कार्की का नाम चर्चाओं में है। Gen-Z प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस रहीं सुशीला ही अंतरिम रूप से इस देश की कमान अपने हाथों में लें।
कार्की के सुर्खियों में आने के साथ ही, न्यायपालिका में उनका करियर और निजी जीवन भी सुर्खियां बटोरने लगा। उनके जुडिशियल करियर में उनका सबसे बड़ा फैसला महिलाओं के अधिकारों को लेकर था। तब उन्होंने साफ कहा था कि महिलाओं को भी बराबरी का अधिकार मिलना चाहिए कि वे अपने बच्चों को नागरिकता दे सकती हैं। पहले यह अधिकार सिर्फ मर्दों तक सीमित था। इस फैसले ने महिलाओं की बराबरी और उनके संवैधानिक अधिकारों को मजबूत किया।
हालांकि, उनका निजी जीवन और भी दिलचस्प है, वो भी उनकी पति की वजह से। सुशीला कार्की की शादी नेपाली कांग्रेस के पूर्व युवा नेता दुर्गा प्रसाद सुबेदी से हुई है, जिनसे उनकी मुलाकात उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में पढ़ाई के दौरान हुई थी।
खास बात यह है कि सुबेदी वही शख्स हैं, जो 52 साल पहले नेपाल के सबसे पहले विमान हाईजैक में शामिल थे। इतना ही नहीं प्यासा और गीत जैसी फिल्मों में अभिनय करने वाली लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेत्री माला सिन्हा उसी विमान में सवार थीं।
नेपाल का पहला विमान अपहरण
नेपाल के विराटनगर से काठमांडू जा रहे एक विमान का 10 जून, 1973 को अपहरण कर लिया गया था। नेपाली कांग्रेस के तीन सदस्यों ने कनाडा मेड 19 सीटों वाले ट्विन ओटर विमान को अपने कब्जे में ले लिया था। यात्रियों में नेपाल के अभिनेता दंपत्ति सीपी लोहानी और भारत की माला सिन्हा भी शामिल थीं।
दुर्गा प्रसाद सुबेदी- नागेंद्र धुंगेल और बसंत भट्टाराई के साथ, रॉयल नेपाल एयरलाइंस के हाईजैक में शामिल थे, जिसके मास्टरमाइंड गिरिजा प्रसाद कोइराला थे, जो बाद में नेपाल के प्रधानमंत्री बने। गिरिजा प्रसाद कोइराला एक्ट्रेस मनीषा कोइराला के परदादा थे।
सुबेदी, जो उस समय हाल ही में जेल से रिहा हुए थे, कोइराला के करीबी सहयोगियों में से एक थे।
हाईजैकिंग इसलिए की गई थी, ताकि राजा महेंद्र की राजशाही हुकूमत के खिलाफ चलाए जा रहे “हथियारबंद आंदोलन” के लिए पैसा जुटाया जा सके।
विमान में 30 लाख रुपए की सरकारी धनराशि थी। चालक दल के साथ थोड़ी देर की झड़प के बाद, हाईजैकर्स ने पायलट को विमान बिहार के फोरबिसगंज में एक घास वाली पट्टी पर उतारने के लिए मजबूर कर दिया।
उनके पांच और साथी वहां पहले से ही विमान के उतरने का इंतजार कर रहे थे। सुशील कोइराला, जो बाद में नेपाल के प्रधानमंत्री भी बने, फोरबिसगंज में थे और इस पूरी घेराबंदी में सक्रिय रूप से शामिल थे।
इस गुट ने कैश से भरे तीन बक्से विमान से बाहर निकाले और फिर उसे बाकी यात्रियों के साथ उड़ान भरने दी।
इसके बाद यह पैसा सड़क के रास्ते पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग पहुंचाया गया।
एक साल के भीतर, नागेंद्र धुंगेल को छोड़कर गुट के सभी सदस्यों को भारत में अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया।
सुबेदी और उनकी बाकी साथियों को दो साल की जेल हुई। उन्हें 1975 में इमरजेंसी के दौरान रिहा किया गया था।
क्या सुशीला कार्की नेपाल की अस्थायी प्रधानमंत्री बनेंगी?
सुशीला कार्की के नाम का समर्थन Gen-Z के कई प्रदर्शनकारियों ने किया है, जो नेपाल में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और आर्थिक अवसरों की कमी के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं। भ्रष्टाचार और न्यायिक सुधारों के खिलाफ सुशीला कार्की कड़े रुख ने उन्हें नेपाल की अस्थायी प्रधानमंत्री के लिए एक सही उम्मीदवार बना दिया है।
एक सूत्र ने शुक्रवार (12 सितंबर) को रॉयटर्स को बताया कि कार्की के अंतरिम प्रधानमंत्री बनने की पूरी-पूरी संभावना है। नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और सेना प्रमुख अशोक राज सिग्डेल की एक सलाह का हवाला देते हुए एक संवैधानिक विशेषज्ञ ने एजेंसी को बताया, "सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाएगा।"
सूत्र ने आगे कहा, "वे (Gen-Z) उन्हें चाहते हैं। यह आज ही हो जाएगा।"
हालांकि, नेपाल का संविधान रिटायर जजों को राजनीतिक या संवैधानिक पद लेने से रोकता है, जिससे कार्की के लिए कुछ बाधाएं पैदा हो सकती हैं।
देश का अस्थायी नेतृत्व कौन करे इसे लेकर प्रदर्शनकारी भी बंटे हुए हैं।
Gen-Z आंदोलन के भीतर एक और समूह ने नेपाल विद्युत प्राधिकरण के पूर्व प्रबंध निदेशक कुलमन घीसिंग के नाम का प्रस्ताव रखा है। उन्हें नेपाल में सालों से चली आ रही बिजली कटौती की समस्या को खत्म करने का श्रेय दिया जाता है।
Gen-Z के बीच लोकप्रिय काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह उर्फ बालेन ने संसद भंग करने का समर्थन किया है, जो प्रदर्शनकारियों की एक प्रमुख मांग है। उन्होंने कार्की को अस्थायी प्रधानमंत्री बनाए जाने का भी समर्थन किया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ Gen-Z के प्रदर्शनकारियों के सड़कों पर उतरने के बाद, ये पहाड़ी देश एक राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है। सोशल मीडिया बैन करने के बाद ये विरोध प्रदर्शन शुरू हुए हैं।
मंगलवार को पुलिस की प्रदर्शनकारियों पर की गई गोलीबारी में कम से कम 19 लोग मारे गए, जिसके बाद केपी ओली को इस्तीफा देना पड़ा। नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, तब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है और 1,300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।