Sushila Karki : उथल-पुथल के दौर से गुजर रहे नेपाल से एक बड़ी खबर सामने आई है। नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की होंगी। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति भवन में आज रात उनका शपथ ग्रहण होगा। नेपाल में तख्तापलट के 3 दिन बाद आर्मी, राष्ट्रपति और Gen-Z नेताओं की कई बैठकों के बाद यह फैसला लिया गया। सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस रह चुकी हैं और उन्होंने भारत से ही पढ़ाई की है। सुशीला कार्की ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
बता दें कि नेपाल में Gen-Z आंदोलन की मांगों पर अंतरिम सरकार बनाया जा रहा है। नेपाल के राष्ट्रपति कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, नई सरकार न बनने की स्थिति में सेना ने आपातकाल लागू करने का प्रस्ताव रखा है। शीतल निवास का कहना है कि राष्ट्रपति कोशिश कर रहे हैं कि आपातकाल न लगे और समस्या का समाधान संविधान के तहत निकले।
मंत्रिपरिषद का भी होगा गठन
जानकारी के मुताबिक शपथ ग्रहण के बाद सुशीला कार्की अंतरिम मंत्रिपरिषद के गठन और संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगी। नेपाल के आधिकारी राष्ट्रपति निवास शीतल निवास में इसकी तैयारियां ज़ोरों पर हैं। मुख्य सचिव एक नारायण आर्यल नियुक्ति पत्र, शपथ समारोह और मंत्रिमंडल की पहली बैठक की देखरेख कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, शुरू में एक छोटा मंत्रिमंडल बनाया जाएगा, हालांकि फिलहाल उसके सदस्यों के नाम सामने नहीं आए हैं।
नेपाल में हाल के सालों की सबसे बड़ा प्रदर्शन देखने को मिला जो सोशल मीडिया बैन से शुरू होकर देश में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन बन गया। इस हिंसक आंदोल के बाद आखिरकार प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफा देना पड़ा।
बचा दें कि 73 साल की सुशीला कार्की, जो नेपाल की पहली और अब तक की अकेली महिला मुख्य न्यायाधीश रही हैं, ईमानदारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े रुख के लिए जानी जाती हैं। उनकी अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति को अराजक माहौल के बीच स्थिरता लाने की कोशिश माना जा रहा है। हालांकि उनके सामने तुरंत बड़ी चुनौतियाँ होंगी—जनता के गुस्से को शांत करना, राजनीतिक दबावों से निपटना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती नज़रदारी के बीच देश को आगे बढ़ाना।