US China trade deal: ट्रंप ने TikTok पर चीन के साथ डील का किया ऐलान, बोले- शुक्रवार को जिनपिंग से करूंगा बात
US China trade deal: अमेरिका और चीन के बीच मैड्रिड में चल रही व्यापार वार्ता में TikTok विवाद पर डील बनने के संकेत मिले हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि शुक्रवार को वे जिनपिंग से बात करेंगे। वहीं, टैरिफ विवाद भी चर्चा का हिस्सा रहा। जानिए डिटेल।
मैड्रिड की व्यापार वार्ता में ट्रंप का चीनी सामान पर भारी टैरिफ लगाने का मुद्दा भी शामिल है। (फाइल फोटो)
US China trade deal: अमेरिका और चीन के बीच मैड्रिड (स्पेन) में व्यापार वार्ता हो रही है, जो बुधवार तक चलेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बातचीत 'काफी अच्छी' रही। उन्होंने दावा किया कि एक 'खास' कंपनी पर भी डील हुई है। इसे TikTok माना जा रहा है, जिस पर अमेरिका में बैन लगाने की बात चल रही थी।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर लिखा, 'यूरोप में अमेरिका और चीन के बीच बड़ी ट्रेड मीटिंग बहुत अच्छी रही! यह अब खत्म होने वाली है। एक ‘खास’ कंपनी पर भी डील हुई है, जिसे हमारे देश के युवा बचाना चाहते थे। वे खुश होंगे! मैं शुक्रवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात करूंगा। रिश्ते अब भी मजबूत हैं!'
कुछ देर बाद अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने भी TikTok विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच एक ‘फ्रेमवर्क डील’ की पुष्टि की।
मैड्रिड व्यापार वार्ता में क्या हुआ?
रविवार को मैड्रिड में अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट और चीन के वाइस प्रीमियर हे लीफेंग के बीच बातचीत शुरू हुई। इन चर्चाओं का मकसद व्यापार और टेक्नोलॉजी को लेकर चल रहे तनाव को कम करना है। बातचीत बुधवार तक चलेगी, जो TikTok के लिए खरीदार ढूंढने या फिर बैन होने की अंतिम तारीख भी है।
सोमवार को बेसेंट ने कहा कि अमेरिका और चीन TikTok विवाद पर डील के 'बहुत करीब' हैं। TikTok चीन की कंपनी ByteDance के मालिकाना हक में है।
TikTok पर अमेरिकी दबाव
अमेरिका का कानून कहता है कि TikTok या तो बिकेगा या फिर बैन होगा। यह नियम 20 जनवरी को लागू होना था, ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने से एक दिन पहले। लेकिन ट्रंप 2024 के चुनाव में सोशल मीडिया पर काफी निर्भर थे। उन्होंने खुद कहा था कि उन्हें TikTok पसंद है। यही वजह है कि ट्रंप ने टिकटॉक बैन की डेडलाइन को बढ़ा दिया था।
जून के मध्य में ट्रंप ने TikTok को गैर-चीनी खरीदार ढूंढने या बैन होने के लिए दी गई समयसीमा 90 दिन और बढ़ा दी थी। यह डेडलाइन बुधवार को खत्म हो रही है।
हालांकि शुरुआत में ट्रंप TikTok के बैन या डाइवेस्टमेंट के पक्ष में थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपना रुख बदल लिया। वजह यह थी कि उन्हें लगा TikTok ने युवा वोटर्स को जोड़ने में उनकी मदद की। आज TikTok के दुनियाभर में लगभग 2 अरब यूजर्स हैं।
टैरिफ विवाद भी एजेंडे में
मैड्रिड की व्यापार वार्ता में ट्रंप का चीनी सामान पर भारी टैरिफ लगाने का मुद्दा भी शामिल है। इस साल की शुरुआत में ट्रेड विवाद बहुत बढ़ गया था। दोनों देशों ने एक-दूसरे के सामान पर ऊंचे-ऊंचे टैरिफ लगा दिए थे, जिससे सप्लाई चेन बिगड़ गई थी।
बाद में अस्थायी समझौते के तहत अमेरिका ने चीनी सामान पर 30% और चीन ने अमेरिकी सामान पर 10% ड्यूटी लगाई। लेकिन यह समझौता नवंबर में खत्म होने वाला है।
अस्थायी व्यापार समझौता अस्थिर
अमेरिका और चीन के बीच अस्थायी व्यापार समझौता अब तक स्थिर नहीं रह पाया है। अमेरिका का आरोप है कि चीन समझौते की शर्तों का पालन नहीं कर रहा और रेयर अर्थ मेटल्स के एक्सपोर्ट लाइसेंस देने में देरी कर रहा है।
रेयर अर्थ उत्पादन में चीन दुनिया का सबसे बड़ा देश है। इन मेटल्स से मैग्नेट बनाए जाते हैं, जिनका इस्तेमाल ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और डिफेंस इंडस्ट्री में होता है। उसने रेयर अर्थ के एक्सपोर्ट के नियम सख्त कर दिए हैं, जिसका दुनियाभर की इंडस्ट्री पर असर पड़ा है।
पिछले शुक्रवार को चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा था कि अमेरिका को आपसी सम्मान और बराबरी के आधार पर बातचीत करनी चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों को आपसी बातचीत के जरिए समाधान निकालना होगा।