JeM Commander: आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद (JeM) के एक कमांडर ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है। उसने कहा है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में मारे गए आतंकवादियों के जनाजे में वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल होने का आदेश दिया था। आपको बता दें कि कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था। इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया था।
क्या था पाक आर्मी चीफ मुनीर का आदेश?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में जैश कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान सेना के जनरल हेडक्वार्टर (GHQ) ने वरिष्ठ कमांडरों को सैन्य प्रोटोकॉल के साथ मारे गए आतंकवादियों का सम्मान करने का निर्देश दिया था। द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, इलियास ने वीडियो में कहा, 'जीएचक्यू ने शहीदों को सम्मानित करने और अंतिम सलामी देने का आदेश दिया था। कॉर्प्स कमांडरों को वर्दी में जनाजे के साथ जाने और उसकी सुरक्षा करने के लिए कहा गया था।'
'पहलगाम हमलें में मसूद अजहर भी था शामिल'
उसी कार्यक्रम के एक और वीडियो में जैश कमांडर ने भारत में हुए आतंकी हमलों, जिसमें 26/11 मुंबई हमले भी शामिल हैं, में अपने सरगना मौलाना मसूद अजहर की संलिप्तता की पुष्टि की। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, उसने कहा, 'तिहाड़ जेल से भागने के बाद (IC-814 हाईजैक के बाद), अमीर-उल-मुजाहिदीन मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान आया और बालाकोट की मिट्टी ने उसे दिल्ली और मुंबई में अपनी सोच, मिशन और कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए एक आधार प्रदान किया।'
पहले भी सामने आया था हमला कबूलने का वीडियो
यह खुलासा एक और वीडियो के सामने आने के बाद हुआ है, जिसमें उसी कमांडर ने स्वीकार किया था कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारतीय हमलों ने बहावलपुर में मसूद अजहर के परिवार को तबाह कर दिया था। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उसने हमले को याद करते हुए कहा, 'आतंकवाद को अपनाकर, हमने इस देश की सीमाओं की रक्षा के लिए दिल्ली, काबुल और कंधार से लड़ाई लड़ी। सब कुछ कुर्बान करने के बाद, 7 मई को मौलाना मसूद अजहर के परिवार को बहावलपुर में भारतीय सेना ने तबाह कर दिया।'