दुनिया भर में भूकंप के झटके थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के झटकों से जानमाल का तगड़ा नुकसान हुआ। म्यांमार में भूकंप ने ऐसी तबाही मचाई है कि वहां मरने वालों का आंकड़ा 2000 के पार कर गया है। इसी के साथ पाकिस्तान में आज (2 अप्रैल) तड़के करीब 3 बजे भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई है। जिससे लोगों में दहशत फैल गई। बहुत से लोग घर छोड़कर बाहर निकल आए। हालांकि, अब तक किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (United States Geological Survey - USGS) ने बताया कि भूकंप का केंद्र बलूचिस्तान से 65 किलोमीटर दूर पूर्व-दक्षिणपूर्व में 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। पाकिस्तान में भूकंप आना कोई नई बात नहीं है। यह क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से काफी संवेदनशील है। पाकिस्तान का ज्यादातर हिस्सा हिंदू कुश, तिब्बत और हिमालय के भूकंपीय क्षेत्र के पास स्थित है। जहां अक्सर छोटे या बड़े भूकंप आते रहते हैं।
कराची में 4.7 तीव्रता का भूकंप
बता दें कि ईद के दिन भी पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। मौसम विभाग के मुताबिक, कराची में आए इस भूकंप की तीव्रता 4.7 थी। इसका केंद्र शहर से 75 किलोमीटर उत्तर में स्थित था। USGS के मुताबिक, इस भूकंप की वास्तविक तीव्रता 4.6 थी।
फरवरी महीने में पाकिस्तान में लगे थए भूकंप के झटके
इससे पहले पाकिस्तान में इसी साल 28 फरवरी को भूकंप आया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.5 मापी गई थी। भूकंप से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था। भूकंप का केंद्र पाकिस्तान में ही था। 28 फरवरी से पहले 16 फरवरी को भी पाकिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप का केंद्र रावलपिंडी से 8 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में था। इसकी गहराई जमीन के नीचे 17 किलोमीटर थी। ये झटके पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी महसूस किए गए थे।