अमेरिका बुधवार से दुनियाभर के लिए अपना जवाबी टैरिफ लागू करने की तैयारी में हैं। इसका असर भारत समेत दुनियाभर पर पड़ेगा। इसकी आहट से भारतीय शेयर बाजार भी अछूता नहीं रहा। आज (2 अप्रैल 2025) से ये टैरिफ लागू हो जाएंगे। व्हाइट हाइस की प्रेस सचिव कैरोलीन लीविट ने कहा कि मुझे लगता है कि टैरिफ की घोषणा आज (2 अप्रैल 2025) होगी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस मामले में काफी समय से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2 अप्रैल को 'लिबरेशन डे' के रूप में मनाना चाहते हैं।
इसके लिए वह अपने कारोबारी सलाहकारों के साथ मिलकर टैरिफ योजना को अंतिम रूप दे रहे हैं। ट्रंप बुधवार को वाइट हाउस के रोज गार्डन में शाम 4 बजे (स्थानीय समय) औपचारिक घोषणा करेंगे। इस घोषणा में टैरिफ की पूरी जानकारी दी जाएगी। ट्रंप के इस ऐलान से बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों की टेंशन बढ़ गई है। इससे ग्लोबल ट्रेड वॉर छिड़ने की आशंका जताई जा रही है।
बातचीत के लिए रास्ते खुले हैं - व्हाइट हाउस
प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हमेशा बातचीत के लिए तैयार हैं। अगर कोई विदेशी नेता या उद्योगपति छूट चाहते हैं तो वो उनसे बातचीत करने के लिए तैयार हैं। लीविट ने कहा कि ट्रंप अमेरिकी श्रमिकों को उचित मौका दिलाने पर अपना फोकस बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई देशों ने राष्ट्रपति की योजनाओं के बारे में प्रशासन से संपर्क किया है। बेशक, राष्ट्रपति हमेशा कॉल पर हमेशा मौजूद रहते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वो 2 अप्रैल से नए टैरिफ लगाएंगे। उनके फैसले का कनाडा, मैक्सिको और भारत पर बड़ा असर हो सकता है।
टैरिफ (Tariff) एक तरह का टैक्स है। इसे सरकारें आयात (import) या निर्यात (export) होने वाली वस्तुओं और सेवाओं पर लगाती हैं। इसका मकसद देश की अर्थव्यवस्था को कंट्रोल करना, घरेलू उद्योगों को संरक्षण देना, राजस्व कमाना और कारोबार में संतुलन बनाए रखना है। कहने का मतलब ये हुआ कि अगर कोई देश अमेरिकी उत्पादों पर 10 फीसदी आयात शुल्क लगाता है। तब ऐसी स्थिति में अमेरिका भी उस देश से आने वाले सामान पर 10 फीसदी का ही टैरिफ लगाएगा।