ASEAN Summit 2025: '21वीं सदी भारत और आसियान की है'; 22वें ASEAN-India समिट में बोले पीएम मोदी, पढ़ें- बड़ी बातें

ASEAN Summit 2025 in Malaysia: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत हर आपदा में आसियान देशों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी भारत और आसियान की सदी है

अपडेटेड Oct 26, 2025 पर 4:35 PM
Story continues below Advertisement
ASEAN Summit 2025 in Malaysia: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन 2025 में वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लिया

ASEAN Summit 2025 in Malaysia: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (26 अक्टूबर) को मलेशिया में आयोजित 22वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत हर आपदा में आसियान देशों के साथ खड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि 21वीं सदी भारत और आसियान की सदी है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, "थाईलैंड की क्वीन मदर के निधन पर मैं सभी भारतवासियों की ओर से थाईलैंड के राज परिवार और जनता के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।"

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, विदेश मंत्री एस जयशंकर 27 अक्टूबर को कुआलालंपुर में 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "अपने आसियान परिवार के साथ फिर एक बार मुझे जुड़ने का मौका मिला है। मुझे बहुत खुशी हो रही है। आसियान के सफल अध्यक्षता के लिए मैं पीएम अनवर इब्राहिम को बधाई देता हूं। भारत के देश समन्वयक की भूमि का कुशलता से निभाने पर फिलीपींस के राष्ट्रपति मार्कोस का धन्यवाद करता हूं।"


प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "इस साल आसियान शिखर सम्मेलन का विषय 'समावेशीपन और स्थिरता' हैयह विषय हमारे साझा प्रयासों में स्पष्ट रूप से दिखती है- चाहें वह डिजिटल समावेशन हो या वर्तमान चुनौतियों के बीच खाद्य सुरक्षा और लचीली आपूर्ति सुनिश्चित करनाभारत इसका समर्थन करता है और इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैभारत हर आपदा में अपने आसियान भागीदारों के साथ हमेशा मजबूती से खड़ा रहा हैHADR, समुद्री सुरक्षा और नीली अर्थव्यवस्था में हमारा सहयोग तेजी से बढ़ रहा है"

उन्होंने कहा, "इसे देखते हुए हम 2026 को 'आसियान-भारत समुद्री सहयोग का वर्ष' घोषित करते हैंइसके साथ ही हम शिक्षा, पर्यटन, साइंस और टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, हरित ऊर्जा और साइबर सुरक्षा में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूती से बढ़ावा दे रहे हैं। 21वीं सदी हमारी सदी हैयह भारत और आसियान की सदी हैमुझे विश्वास है कि 'आसियान सामुदायिक विजन 2045' और 'विकसित भारत 2047' का उद्देश्य पूरी मानवता के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेगा"

#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारत और आसियान मिलकर विश्व की लगभग एक-चौथाई जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं। हम न केवल भूगोल साझा करते हैं, बल्कि गहरे ऐतिहासिक संबंधों और साझे मूल्य के जोड़ से जुड़े हुए हैं। हम वैश्विक दक्षिण का हिस्सा हैं। हमारे बीच न केवल व्यापारिक संबंध हैं, बल्कि सांस्कृतिक संबंध भी हैं। आसियान भारत की एक्ट ईस्ट नीति का मुख्य स्तंभ है। भारत ने हमेशा आसियान की केंद्रीयता और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर आसियान के दृष्टिकोण का समर्थन किया है। अनिश्चितता के इस दौर में भारत-आसियान व्यापक रणनीतिक साझेदारी निरंतर मजबूत हुई है। हमारी मज़बूत साझेदारी वैश्विक स्थिरता और विकास का आधार बनकर उभर रही है।"

क्या है ASEAN संगठन?

दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संगठन (ASEAN) इस क्षेत्र के सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक माना जाता है। भारत तथा अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देश इसके वार्ता साझेदार हैं। आसियान सदस्य देशों के अलावा, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारत, चीन, जापान, कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं।

आसियान-भारत वार्ता संबंध 1992 में क्षेत्रीय साझेदारी की स्थापना के साथ शुरू हुए थे। यह दिसंबर 1995 में पूर्ण वार्ता साझेदारी और 2002 में शिखर सम्मेलन स्तरीय साझेदारी में परिवर्तित हो गया। दोनों देशों के बीच संबंध 2012 में रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ गए

आसियान के 10 सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यांमा और कंबोडिया शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारत और आसियान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसमें व्यापार और निवेश के साथ-साथ सुरक्षा और रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

पीएम मोदी क्यों नहीं हुए शामिल?

आसियान की बैठकें कुआलालंपुर में 26 से 28 अक्टूबर तक होनी हैंप्रधानमंत्री मोदी ने पिछले कुछ वर्षों में आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया है। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व निर्धारित व्यस्तताओं के कारण कुआलालंपुर की यात्रा नहीं की।

मलेशिया के प्रधानमंत्री इब्राहिम ने कहा था कि पीएम मोदी ने उनसे कहा कि वह आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में ऑनलाइन भाग लेंगे क्योंकि अभी दीपावली का त्योहार मनाया जा रहा है। इब्राहिम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें बताया कि भारत में दीपावली का त्योहार मनाया जा रहा है, इस कारण से वह वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में शामिल होंगे।

ये भी पढ़ें- Uttarakhand Green Tax: उत्तराखंड में अब घूमना हुआ महंगा! बाहरी प्रदेशों से आने वाली गाड़ियों पर लगेगा 'ग्रीन टैक्स'

एस जयशंकर लेंगे हिस्सा

विदेश मंत्रालय ने कहा कि आसियान के साथ संबंधों को मजबूत करना भारत की एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण का एक प्रमुख स्तंभ है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 27 अक्टूबर को 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।