Operation Sindoor: इंडोनेशिया में भारतीय नौसेना अधिकारी कैप्टन शिव कुमार के एक बयान पर विवाद हो गया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर दिए गए बयान पर इतना बवाल मच गया है कि भारत को सफाई देनी पड़ी। इंडोनेशिया स्थित भारतीय दूतावास ने रविवार (29 जून) को X पर एक पोस्ट में कहा कि डिफेंस अटैची की टिप्पणी को मीडिया रिपोर्ट उनके द्वारा दिए गए बयान के उद्देश्य और महत्व को गलत तरीके से पेश करती है। इंडोनेशिया में भारतीय डिफेंस अटैची की इस टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है कि भारतीय वायुसेना को 'ऑपरेशन सिंदूर' के प्रारंभिक चरण में अपने लड़ाकू विमान का नुकसान उठाना पड़ा।
अधिकारी ने कहा था कि उसे पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला न करने तथा केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाने का आदेश दिया गया था। रविवार को कैप्टन शिवकुमार की तरफ से 10 जून को एक कार्यक्रम में की गई टिप्पणियों का कथित वीडियो सामने आने पर इंडोनेशिया स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि अधिकारी ने केवल यह तथ्य कहा था कि भारतीय सशस्त्र बल भारत के कुछ अन्य पड़ोसी देशों के विपरीत, राजनीतिक नेतृत्व के अधीन काम करते हैं। भारतीय नौसेना अधिकारी कैप्टन शिवकुमार पाकिस्तान-भारत युद्ध के दौरान वायु शक्ति के परिप्रेक्ष्य में जकार्ता के एक विश्वविद्यालय में आयोजित एक संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस बीच, कांग्रेस ने रविवार को कैप्टन शिव कुमार की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना को 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान के हाथों अपने लड़ाकू विमानों का नुकसान उठाना पड़ा। कांग्रेस ने सरकार पर इस मामले में देश को गुमराह करने का आरोप लगाया।
भारतीय दूतावास ने रविवार को X पर एक पोस्ट में कहा कि डिफेंस अटैची की टिप्पणी को "संदर्भ से इतर उद्धृत किया गया है और मीडिया रिपोर्ट उनके द्वारा दिए गए बयान के उद्देश्य और महत्व को गलत तरीके से प्रस्तुत करती है।"
बयान में कहा गया, "टिप्पणी में बताया गया कि भारतीय सशस्त्र बल, हमारे पड़ोस के कुछ अन्य देशों के विपरीत, राजनीतिक नेतृत्व के अधीन काम करते हैं। यह भी बताया गया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना था और भारतीय कार्रवाई उकसावे वाली नहीं थी।"
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अपने संबोधन में भारतीय डिफेंस अटैची ने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व द्वारा दिए गए आदेश के कारण कुछ बाधाओं के मद्देनजर भारतीय वायुसेना प्रारंभिक चरण के ऑपरेशन में पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला नहीं कर सकी। उन्होंने कहा, "हमने कुछ विमान खो दिए और ऐसा केवल राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सैन्य प्रतिष्ठान या उनकी एयर डिफेंस सिस्टम पर हमला न करने की बाध्यता के कारण हुआ।"
उन्होंने कहा, "लेकिन, नुकसान के बाद हमने अपनी रणनीति बदली और हमने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया। इसलिए, हमने सबसे पहले दुश्मन की वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट करने में सफलता प्राप्त की और यही कारण है कि हमारे सभी हमले सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों का उपयोग करके आसानी से किए जा सके।"