Shehbaz Sharif News: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जमकर तारीफ की है। शरीफ ने भारत-पाकिस्तान युद्ध को रोकने में अमेरिकी राष्ट्रपति की कथित भूमिका की प्रशंसा की है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए अमेरिका पहुंचे शरीफ ने न्यूयॉर्क में राष्ट्रपति ट्रंप के एक घंटे लंबे संबोधन के बाद उनकी जमकर तारीफ की। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ट्रंप की "विश्व शांति स्थापित करने की प्रतिबद्धता" का स्वागत किया। उन्होंने ट्रंप की तारीफ करते हुए कहा कि वह वास्तव में एक शांतिप्रिय व्यक्ति हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने के अमेरिकी राष्ट्रपति के बार-बार किए गए दावों का समर्थन करने वाले शरीफ ने एक बार फिर ट्रंप के प्रति आभार व्यक्त किया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने दावा किया कि ट्रंप प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित विनाशकारी युद्ध को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने आगे कहा, "इसके लिए हम तहे दिल से उनका शुक्रिया अदा करते हैं।"
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों से अलग पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत मुस्लिम देशों के चुनिंदा नेताओं के साथ गाजा मुद्दे पर एक बहुपक्षीय बैठक की। मंगलवार को हुई इस बैठक में तुर्की, कतर, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और जॉर्डन के नेताओं ने हिस्सा लिया।
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में अपना यह दावा दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाया था। ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र के लिए जुटे विश्व के नेताओं के समक्ष यह बात कही। ट्रंप ने संघर्षों को समाप्त करने में मदद करने का प्रयास तक नहीं करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की। ट्रंप ने कहा, "इसी तरह, केवल सात महीनों में, मैंने सात ऐसे युद्ध समाप्त करवाये हैं..।"
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि जिन युद्धों को समाप्त करने में उन्होंने मदद की, वे दशकों से चल रहे थे। ट्रंप ने कहा, "मैंने सात युद्ध समाप्त करवाये, जिनमें अनगिनत लोग मारे गए हैं। इसमें कंबोडिया-थाईलैंड, कोसोवो-सर्बिया, कांगो-रवांडा, पाकिस्तान-भारत, इजरायल-ईरान, मिस्र-इथियोपिया तथा आर्मेनिया-अजरबैजान युद्ध शामिल हैं।" उन्होंने कहा, "इसमें सभी शामिल थे। किसी भी राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री ने, और किसी भी अन्य देश ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। मैंने यह सिर्फ़ सात महीनों में कर दिखाया। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संसद में स्पष्ट कह चुके हैं कि किसी देश के नेता ने भारत से 'ऑपरेशन सिंदूर' रोकने को नहीं कहा था। ट्रंप ने कहा कि इन सभी युद्धों को समाप्त करने और अब्राहम समझौते पर बातचीत करने के बाद भी अमेरिका को कोई श्रेय नहीं मिला।