Pakistan-Afghanistan Clash: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम दोहा में बातचीत समाप्त होने तक बढ़ा दिया गया था। हालांकि इससे पहले ही अफगान पक्ष ने शुक्रवार को सीजफायर के उल्लंघन का दावा करते हुए अपने क्षेत्र में नए सिरे से पाकिस्तानी हमलों का आरोप लगाया है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने दावा किया है कि इस ताजा हमले में तीन स्थानीय अफगान क्रिकेटर मारे गए हैं, जिसके विरोध में उन्होंने आगामी त्रिकोणीय T20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज से हटने की घोषणा कर दी है।
पाकिस्तानी बमबारी में 8 लोगों की मौत
ACB के अनुसार, पाकटिका प्रांत के उर्गून जिले में हुए एक हवाई हमले में मैच खेलकर घर लौट रहे तीन खिलाड़ी (कबीर, सिब्घतुल्लाह और हारून) समेत कुल 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य घायल हुए है। तालिबान अधिकारियों ने दावा किया है कि पाकिस्तान ने पाकटिका प्रांत में तीन स्थानों पर बमबारी की, जिसमें कम से कम 8 लोग मारे गए। यह घटना तब हुई जब अफगान बलों को तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद द्वारा युद्धविराम बनाए रखने का निर्देश दिया गया था, बशर्ते पाकिस्तान हमला करने से बचे। लेकिन पाकटिका प्रांत के एक पुलिस प्रवक्ता ने बर्मल और उर्गून जिलों में पाकिस्तानी हवाई हमलों की पुष्टि की, जहां ये क्रिकेटर कथित तौर पर मारे गए।
दोहा में वार्ता से पहले बढ़ रहा तनाव
दोनों पक्षों ने 48 घंटे के युद्धविराम को दोहा में बातचीत के निष्कर्ष तक बढ़ाने पर सहमति जताई थी। पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल पहले ही दोहा पहुंच चुका है, जबकि अफगान प्रतिनिधिमंडल के शनिवार को वहां पहुंचने की उम्मीद है। युद्धविराम विस्तार की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, अफगान सीमा के पास एक घातक आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 13 अन्य घायल हुए। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि उत्तरी वजीरिस्तान जिले में एक आतंकवादी ने विस्फोटक भरी गाड़ी से सीमा की दीवार को तोड़ दिया।
पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह युद्धविराम अफगान तालिबान के साथ किया गया था, न कि उन इस्लामी आतंकवादियों के साथ जो अफगानिस्तान में छिपकर पाकिस्तान पर हमला करते हैं।
दोनों देशों के बीच कैसे बढ़ा सीमा पर तनाव
अफगानिस्तान और पाकिस्तान दोनों पड़ोसी देश पिछले सप्ताह से सीमा पर संघर्ष में उलझे हुए हैं, जिसकी शुरुआत कथित तौर पर पाकिस्तान के काबुल पर हमला करने के बाद अफगानिस्तान द्वारा जवाबी हवाई हमले से हुई थी। अफगानिस्तान ने अपने हमलों में 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा किया था, जबकि पाकिस्तान ने यह संख्या 23 बताई थी, साथ ही यह भी कहा था कि उन्होंने 200 से अधिक तालिबान और संबद्ध सैनिकों को मार गिराया है। तनाव के बीच 12 अक्टूबर को सीमा चौकियां भी बंद कर दी गई थीं।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा कड़ा जवाब देने की कसम खाने के घंटों बाद, तालिबान ने कहा था कि अगर पाकिस्तान बातचीत नहीं चाहता है, तो उनके पास 'स्थिति को संभालने के अन्य तरीके' हैं। बाद में कतर और सऊदी अरब के हस्तक्षेप के बाद लड़ाई रोक दी गई थी, लेकिन यह शांति जल्द ही भंग होती दिख रही है।