Tehreek-e-Labbaik Pakistan Protest: पाकिस्तान का हालत इस समय खराब है और वो चोतरफा मार झेल रहा है। पहले अफगानिस्तान के साथ संघर्ष और अब अपने ही लोगों से वहां की घिर गई है। पाकिस्तान में इस समय बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सोमवार को लाहौर और मुरीदके में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़प हुई है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई है जिसमें 15 से अधिक लोगों की मौत की खबर सामने आई है।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मुरीदके के पास पुलिस और तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़पों में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक पुलिस अधिकारी भी शामिल है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। रातभर चली इस कार्रवाई में पुलिस ने टीएलपी प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आँसू गैस के गोले दागे। यह झड़प उस वक्त हुई जब पार्टी प्रमुख साद हुसैन रिज़वी की अगुवाई में इस्लामी संगठन का मार्च लाहौर से आगे बढ़ रहा था।
बड़े पैमाने विरोध प्रदर्शन
पंजाब पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के दौरान हुई गोलीबारी में तीन टीएलपी कार्यकर्ताओं की मौत हो गई, जबकि एक पुलिसकर्मी भी मारा गया। हालांकि, स्थानीय मीडिया रिपोर्टों और चश्मदीदों का कहना है कि मृतकों की असली संख्या इससे कहीं ज़्यादा हो सकती है। यह हिंसा पंजाब प्रांत में कई दिनों से बढ़ते तनाव के बीच भड़की। पिछले हफ्ते लाहौर में पुलिस और टीएलपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं, जब पुलिस ने उन्हें फ़िलिस्तीन समर्थक रैली के लिए राजधानी इस्लामाबाद की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की।
टीएलपी ने पुलिस पर अंधाधुंध गोली चलाने का आरोप लगाया और दावा किया कि उसके 11 कार्यकर्ता मारे गए जबकि 50 से ज़्यादा लोग घायल हुए। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में लगातार गोलियों की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं, और एक टीएलपी नेता कहता है, “सुबह से अब तक हमारे 11 कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं… गोलीबारी अब भी जारी है।”
वहीं गाजा में इज़राइली हवाई हमलों के विरोध में 9 अक्टूबर को शुरू हुए टीएलपी के प्रदर्शन 11 अक्टूबर को और उग्र हो गए। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया, जबकि प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाज़ी कर जवाब दिया। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इन झड़पों में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इस बीच, टीएलपी प्रमुख ने लाहौर में शुक्रवार की नमाज़ के दौरान समर्थकों से कहा, “गिरफ़्तारी कोई परेशानी नहीं, गोलियाँ या गोले भी नहीं — शहादत हमारी तकदीर है।”