Pakistan-Afghan Clash: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक बार फिर दूर-दराज के उत्तर-पश्चिमी सीमा क्षेत्र में हिंसक झड़प हुई। पाकिस्तान के सरकारी मीडिया ने अफगान सैनिकों पर 'अकारण गोलीबारी' शुरू करने का आरोप लगाया, जिसके जवाब में पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई की।
जवाबी कार्रवाई में तालिबान के ठिकाने पर हमला
पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों और पाकिस्तान टीवी के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अफगान टैंकों और सैन्य चौकियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। यह घटनाक्रम इस सप्ताह में दूसरी बार है जब दोनों पक्षों के बीच लंबी सीमा रेखा पर गोलीबारी हुई है। पाकिस्तान के सरकारी मीडिया ने दावा किया कि अफगान सेना और पाकिस्तानी तालिबान ने मिलकर एक पाकिस्तानी चौकी पर 'बिना किसी उकसावे' के गोलीबारी की थी।
मीडिया ने इसे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा दिया गया 'माकूल जवाब' बताया। सुरक्षा अधिकारियों ने यह भी बताया कि पाकिस्तानी सेना ने पाकिस्तानी तालिबान (TTP) की एक बड़ी प्रशिक्षण सुविधा को भी नष्ट कर दिया है।
दोनों सेनाओं के बीच खूब हुई गोलीबारी
बीते शनिवार को हुई पिछली झड़पों में दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ था। काबुल ने दावा किया था कि उसने पाकिस्तानी सैन्य चौकियों को निशाना बनाया और 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया, जिसे उसने अफगान क्षेत्र और हवाई क्षेत्र के बार-बार उल्लंघन का प्रतिशोध बताया। इसके विपरीत, पाकिस्तान की सेना ने 23 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की थी, लेकिन जवाबी कार्रवाई में 200 से अधिक 'तालिबान और संबद्ध आतंकवादियों' को मारने का दावा किया था।
सऊदी अरब और कतर की अपील पर रविवार को सीमा पर गोलीबारी भले ही रुक गई हो, लेकिन अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सभी सीमा क्रॉसिंग अब भी बंद हैं।
दोनों देशों के बीच हालिया तनाव पिछले सप्ताह तब शुरू हुआ था जब तालिबान सरकार ने पाकिस्तान पर काबुल और पूर्वी बाजार में हवाई हमले करने का आरोप लगाया था। पाकिस्तान ने इन आरोपों को स्वीकार नहीं किया है। पाकिस्तान पहले भी अफगानिस्तान के अंदर हमले कर चुका है, जिसका वह यह कहकर बचाव करता है कि वह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के ठिकानों को निशाना बना रहा है।
पाकिस्तान, काबुल पर TTP को पनाह देने का आरोप लगाता है, जो पाकिस्तान के अंदर कई घातक हमले कर चुका है। वहीं, काबुल इन आरोपों से इनकार करता है और कहता है कि वह अपने क्षेत्र का उपयोग किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं होने देता।