Tsunami Hits Russia-Japan: बुधवार सुबह रूस के सुदूर पूर्वी कामचटका प्रायद्वीप और जापान के तट पर 8.8 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया। यह भूकंप 1952 के बाद आया सबसे शक्तिशाली भूकंप है, जिसकि वजह से 4 मीटर (13 फीट) तक की ऊंची सुनामी लहरें उठी। इतने भयानक लहरों से लोगों को बचाने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाए गए और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
19.3 किलोमीटर गहराई में था भूकंप का केंद्र
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, भूकंप उथला था और उसकी गहराई 19.3 किलोमीटर थी। इसका केंद्र पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 125 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व में था। पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की अवाचा खाड़ी के तट पर स्थित 165,000 की आबादी वाला एक शहर है। USGS ने पहले इसकी तीव्रता 8.0 बताई थी, जिसे बाद में संशोधित कर 8.8 कर दिया गया।
रूस और जापान में भूकंप के बाद दिखा सुनामी का असर
रॉयटर्स ने क्षेत्रीय आपातकालीन स्थितियों के मंत्री सर्गेई लेबेदेव के हवाले से बताया कि कामचटका के कुछ हिस्सों में 3-4 मीटर (10-13 फीट) की सुनामी दर्ज की गई। जापान के उत्तरी हिस्से में भी इस विशाल भूकंप से पहली सुनामी देखी गई, जिसकी ऊंचाई लगभग 30 सेंटीमीटर (एक फुट) थी। यह लहर जापान के मुख्य उत्तरी द्वीप होक्काइडो से टकराई और NHK ने चेतावनी दी कि बाद की लहरें बहुत अधिक ऊंची हो सकती हैं। जापान की मौसम एजेंसी ने पहले बताया था कि जापान के उत्तरी और पूर्वी तटों के साथ-साथ ओसाका के दक्षिण में वाकायामा तक तीन मीटर तक की लहरों की उम्मीद थी।
लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किए भयानक वीडियो
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में रूस में इस भयंकर भूकंप का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया। रूस की तास समाचार एजेंसी ने पास के सबसे बड़े शहर, पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से बताया कि कई लोग बिना जूते या बाहरी कपड़ों के सड़कों पर भाग गए। घरों के अंदर अलमारियां गिर गईं, शीशे टूट गए, सड़कें पर कारें हिलने लगीं और इमारतों की बालकनी भी स्पष्ट रूप से हिलती दिखीं। तास ने कामचटका क्षेत्र की राजधानी में बिजली गुल होने और मोबाइल फोन सेवा बाधित होने की भी सूचना दी।