कौन होगा अगला फेड चीफ? ट्रंप ने हैसेट, वार्श और वालर को फाइनलिस्ट के तौर पर चुना, तीनों के बारे में जानें
अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने मांग की कि फेड के कामकाज की पूरी समीक्षा होनी चाहिए- चाहे वो ब्याज दरें तय करने का तरीका हो या फिर उसकी सुरक्षा व्यवस्था। आइए जानते हैं कौन हैं वो तीन संभावित नाम, जन्हें बनाया जा सकता है फेडरल रिजर्व का नया चेयरमैन और साथ ही जानते हैं कि ऑनलाइन सट्टा बाजार में इन नामों में से किस पर कितना दांव लगाया जा रहा है
कौन होगा अगल फेड चीफ? ट्रंप ने हैसेट, वार्श और वालर को फाइनलिस्ट के तौर पर चुना, तीनों के बारे में जानें
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फेडरल रिजर्व के नए चेयरमैन की तलाश में हैं। वह तीन फाइनल उम्मीदवारों पर विचार कर रहे हैं, जो जेरोम पॉवेल की जगह ले सकते हैं। ट्रंप पूरे साल पॉवेल की आलोचना करते रहे हैं, क्योंकि उन्होंने ट्रंप की मांग के मुताबिक ब्याज दरों में कटौती नहीं की। अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट, जो नए फेडरल रिजर्व चेयर की तलाश में मदद कर रहे हैं, ने कहा कि फेड की “नीतिगत अहंकार” से कई गलत फैसले हुए हैं। शुक्रवार को उन्होंने मांग की कि फेड के कामकाज की पूरी समीक्षा होनी चाहिए- चाहे वो ब्याज दरें तय करने का तरीका हो या फिर उसकी सुरक्षा व्यवस्था।
आइए जानते हैं कौन हैं वो तीन संभावित नाम, जन्हें बनाया जा सकता है फेडरल रिजर्व का नया चेयरमैन और साथ ही जानते हैं कि ऑनलाइन सट्टा बाजार में इन नामों में से किस पर कितना दांव लगाया जा रहा है:-
क्रिस्टोफर वॉलर, फेड गवर्नर
66 साल के क्रिस्टोफर वॉलर ट्रंप की ओर से 2020 में वॉशिंगटन में फेड के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में शामिल किए गए थे। इससे पहले वे सेंट लुईस फेड में चीफ रिसर्च इकॉनॉमिस्ट थे। फेड गवर्नर बनने के बाद अपने पहले भाषण में उन्होंने फेड की स्वतंत्रता पर जोर दिया।
2021 में जब महंगाई तेजी से बढ़ रही थी, तब उन्होंने अपने ज्यादातर साथियों से पहले ब्याज दर बढ़ाने की वकालत की। उनका तर्क था कि दरें बढ़ाने से बेरोजगारी जरूरी नहीं कि बढ़े और उनकी यह भविष्यवाणी सही साबित हुई।
इस साल वे अपने साथियों से आगे निकलकर नीतियों में ढील की मांग कर रहे हैं। जुलाई में, जब फेड ने दरें न घटाने का फैसला किया, तब उन्होंने अपना मतभेद भी दर्ज किया।
क्या है सट्टा बाजार में अनुमान
Polymarket: 28%
Kalshi: 27%
28 अगस्त 2025, मियामी के इकोनॉमिक क्लब में क्रिस्टोफर वॉलर ने कहा, "आज उपलब्ध जानकारी के आधार पर, मैं 25 बेसिस प्वाइंट (0.25%) की दर कटौती का समर्थन करूंगा। मजदूर बाजार में कमजोरी के संकेत मिल रहे हैं। मुझे चिंता है कि हालात और बिगड़ सकते हैं और बहुत तेजी से बिगड़ सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि फेड की रेट-सेटिंग कमेटी बात बिगड़ने का इंतजार न करे, वरना सही मौद्रिक नीति बनाने में पीछे रह जाने का खतरा रहेगा।”
केविन हैसेट, नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के डायरेक्टर
63 साल के केविन हैसेट इस समय व्हाइट हाउस में नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के डायरेक्टर हैं। वे लंबे समय से रिपब्लिकन नेताओं और कंजरवेटिव थिंक टैंक्स के सलाहकार रहे हैं। ट्रंप के पहले कार्यकाल (2017 से 2019) में उन्होंने व्हाइट हाउस काउंसिल ऑफ इकोनॉमिक एडवाइजर्स का नेतृत्व किया था। वर्तमान में वे ट्रंप की आर्थिक नीतियों, खासकर टैरिफ को लेकर, मजबूत समर्थक माने जाते हैं।
उन्होंने फेड चेयर जेरोम पॉवेल की नीतियों की आलोचना में भी ट्रंप का साथ दिया है। हाल ही में उन्होंने ट्रंप का समर्थन किया, जब ट्रंप ने ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स के कमिश्नर को हटाया, क्योंकि एजेंसी ने अगस्त में रोजगार के आंकड़ों को घटाकर संशोधित किया था।
क्या है सट्टा बाजार का अनुमान
Polymarket: 18%
Kalshi: 30%
हैसेट ने 3 अगस्त को कहा था कि राष्ट्रपति की नाराजगी इसलिए है, क्योंकि उन्हें लगता है कि दूसरे देशों ने ब्याज दरों में कटौती की है, लेकिन अमेरिका ने ऐसा नहीं किया। साथ ही, वे मानते हैं कि ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स (BLS) की तरह फेडरल रिजर्व में भी किसी तरह की "राजनीतिक गणना" हो सकती है।
उन्होंने फेड की आलोचना करते हुए कहा कि यह निराशाजनक है कि संस्था ऊंची ब्याज दरों को जायज ठहराने के लिए टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताओं और महंगाई का हवाला दे रही है, लेकिन इसके पीछे ठोस सबूत पेश नहीं कर रही।
केविन वॉर्श पूर्व फेड गवर्नर और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के हूवर इंस्टीट्यूशन में विजिटिंग फेलो
55 साल के केविन वॉर्श पूर्व फेड गवर्नर और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के हूवर इंस्टीट्यूशन में विजिटिंग फेलो हैं। उन्हें 2006 में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने फेड में नियुक्त किया था। वित्तीय संकट (2007-2009) के दौरान वॉर्श, फेड चेयर बेन बर्नैंकी और वॉल स्ट्रीट के बीच मुख्य संपर्क सूत्र रहे। लेकिन वे फेड के संकट से निपटने के प्रमुख कार्यक्रम- बॉन्ड खरीद योजना से असहमत हो गए थे। उनका मानना था कि इस कार्यक्रम ने फेड को गलत तरीके से वित्तीय नीतियों के क्षेत्र में धकेल दिया। इसी वजह से उन्होंने 2011 में अपने कार्यकाल को बीच में ही छोड़ दिया, जबकि उनकी नियुक्ति 2018 तक थी।
डोनाल्ड ट्रंप ने 2018 में उन्हें फेड चेयर बनाने पर गंभीरता से विचार किया था और बाद में यह भी कहा था कि काश उन्होंने उस समय वॉर्श को ही चुना होता। तब से लेकर अब तक, वॉर्श ने सार्वजनिक कार्यक्रमों और अपने लेखों के जरिए लगातार फेड की नीतियों की आलोचना की है।
क्या है सट्टा बाजार का अनुमान
Polymarket: 13%
Kalshi: 19%
उन्होंने हाल ही में अपने बयान में कहा, "हम फेड में सुधार की शुरुआत एक रेट कट से कर सकते हैं- जो सत्ता परिवर्तन की सिर्फ पहली सीढ़ी होगी… वित्तीय बाजारों में जरूरत से ज्यादा लचीलापुन खत्म करें, फेड को वित्तीय और राजनीतिक दखल से बाहर निकालें। इस जगह को छोटा करें और फिर उसी लिक्विडिटी को असली अर्थव्यवस्था में उन लोगों तक पहुंचाएं, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। मुझे लगता है कि फेड ने संतुलन बिगाड़ दिया है; एक रेट कट उस प्रक्रिया की शुरुआत है, जिससे संतुलन सही हो सके। हमें एक मजबूत असली अर्थव्यवस्था चाहिए ताकि यह दौर सुनहरा युग बन सके।"