Afghanistan Earthquake: दुनिया के कई हिस्सों में बीते कुछ समय से भूकंप के कारण भारी तबाही मची हुई है। अफगानिस्तान से लेकर भारत के पश्चिम बंगाल और मणिपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके पहले जापान में आए भूकंप की तबाही सबने देखी ही होगी। लगातार हो रही भूकंप की इन घटनाओं ने लोगों के मन में किसी अनहोनी को लेकर डर भर दिया है। अफगानिस्तान में 30 मिनट के भीतर दो बार भूकंप आया है। पहले भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई थी। जबकि दूसरी बार भूकंप के 4.8 तीव्रता के लगे।
नेशनल सीस्मोलॉजी सेंटर के मुताबिक, पहला भूकंप देर रात 12.28 बजे बजे आया था। इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 तीव्रता मापी गई। इस भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर 80 किमी गहराई में था। इसकी लोकेशन फैजाबाद से 126 पूर्व दिशा की ओर थी।
मणिपुर और बंगाल में कांपी धरती
वहीं भारत में पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 रही। इसके साथ ही मणिपुर के 26 किमी दक्षिण पश्चिम उखरूल में भी भूकंप आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.0 थी। इस भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर 35 किमी गहराई में था। इसकी लोकेशन उखरूल शहर से दक्षिण पश्चिम में करीब 26 किमी दूर थी। बता दें कि हाल के दिनों में देश-दुनिया के कई इलाकों में भूकंप की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं।
कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता और क्या है मापने का पैमाना?
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।