Holi 2024: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में होली का त्योहार है बेहद खास, दिखते हैं स्वर्ग जैसे नजारे

Holi 2024: देश भर में धूमधाम से होली का त्योहार मनाया जाता है। लेकिन जब बात कान्हा की नगरी का जिक्र होता है तो यह होली बेहद खास हो जाती है। मथुरा में 40 दिन पहले से ही होली का त्योहार शुरू हो जाता है। अगर आप भी इस साल होली स्‍पेशल मनाना चाहते हैं तो वृंदावन का प्‍लान जरूर बनाएं

अपडेटेड Feb 16, 2024 पर 2:21 PM
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Holi 2024: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर की होली दुनियाभर में मशहूर है।

Holi 2024: वृंदावन में स्थित प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) की होली पूरी दुनियाभर में मशहूर है। यहां होली खेलने के लिए सिर्फ देश से नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं। भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा-वृंदावन में होली का उल्लास कई दिनों तक चलता है। बात करें, वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में मनाई जाने वाली होली की तो इस मंदिर में मुख्य होली से पहले एक दिन पहले होली मनाई जाती है। यहां आकर आपके मन को अलग ही शांति मिलती है जो आप पूरे जीवन भर नहीं भुला पाएंगे।

हिंदू धर्म में होली का खास महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन महाने की पूर्णिमा को होली मनाई जाती है। रंगों का त्योहार होली पारंपरिक तरीके से दो दिन मनाई जाती है। पहले दिन होलिका जलाई जाती है। जिसे होलिका दहन कहते हैं। दूसरे दिन लोग एक दूसरे के ऊपर अबीर-गुलाल लगाते हैं। इस साल 25 मार्च 2024 को मनाई जाएगी।

बांके बिहारी की होली है मशहूर


अगर आप भी भारत की सबसे लोकप्रिय होली खेलना चाहते हैं तो आपको भी वृंदावन जाना चाहिए। यहां की होली दुनिया भर में मशहूर है। इसी मंदिर के आसपास होली की सबसे ज्‍यादा रौनक भी दिखती है। होली के एक हफ्ते पहले से ही आसपास की गलियों और मंदिर परिसरों में होली की हुडदंग शुरू हो जाती है। वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में मुख्य होली से पहले फूलों से होली खेली जाती है। इस दिन बांके बिहारी मंदिर में भक्तों का जमावड़ा लगता है। मंदिर परिसर में जमकर फूल बरसाएं जाते हैं। जिस दिन फूलों वाली होली खेली जाती है। उस दिन ठाकुर जी को सफेद वस्त्र पहनाए जाते हैं। उनका पूरी तरह से श्रृंगार किया जाता है।

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भक्तों के ऊपर बरसता है रंग

फूलों की होली के दिन ठाकुर जी के सेवा में मौजूद सभी सेवाकारी पुजारी उन्हें केसर के फूलों के रंग से बने पानी की पिचकारी मारते हैं। जिससे ठाकुर जी के सफेद वस्त्र नारंगी या लाल रंग के हो जाते हैं। फिर उसके बाद मंदिर में भक्तों के ऊपर पानी बरसाया जाता है।

कैसे पहुंचे बांके बिहारी मंदिर

दिल्ली से अगर आप बस या अपनी कार/बाइक के जरिए वृंदावन जाना चाहते हैं तो यमुना एक्सप्रेस वे से होते हुए जा सकते हैं। दिल्ली से वृंदावन की दूरी लगभग 180 किलोमीटर की है। इस सफर को तय करने में आपको लगभग 3 घंटे का समय लगता है। अगर आप खुद की कार से जा रहे हैं तो लगने वाला समय आपके गाड़ी चलाने के हिसाब से कम या अधिक हो सकता है। इस सफर के लिए कई प्राइवेट और सरकारी बसें भी उपलब्ध हैं।

Jitendra Singh

Jitendra Singh

First Published: Feb 16, 2024 2:17 PM

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