हिमाचल में पहाड़ों की क्वीन कहलाने वाला शिमला बर्फबारी के बाद बेहद खूबसूरत हो जाता है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी में इस वीकेंड पर स्नोफॉल होने की खबर थी। ऐसे में ज्यादा संख्या में नए साल पर टूरिस्ट आने के कयास लगाए जा रहे थे। अफसोस, बीते 40 सालों में सबसे कम टूरिस्ट इस नए साल पर शिमला में देखे गए। भले ही ऑक्यूपेंसी 50-60 प्रतिशत रही लेकिन डाटा के गिरने से सभी हैरान हैं। टूरिस्ट की संख्या कम होने से सभी कनफ्यूज हैं। आखिर ऐसा हुआ क्या कि हनीमून डेस्टिनेशन कहलाने वाली इस जगह पर अब लोगों ने आना कम कर दिया है।
शिमला नहीं आना चाहते अब टूरिस्ट
इंटरनेट पर लोगों ने इसके पीछे की अलग-अलग वजहों को बताया है। एक यूजर के मुताबिक पिछले दो साल कोरोना महामारी की वजह से टूरिज्म ज्यादा बढ़ गया था क्योंकि लोगों के पास वर्क फ्रॉम होम जैसे ऑप्शन थे। अब लोगों के ऑफिस खुल गए हैं ऐसे में स्थिति अलग है। वहीं दूसरे यूजर्स का मानना है कि नए साल पर बढ़े फ्लाइट के किराए से समस्या हो रही है।
वीजा फ्री देशों की वजह से समस्या
कुछ लोगों का ये मानना है कि भारतीयों के लिए दूसरे साउथ ईस्ट एशियाई देशों में वीजा फ्री होने से अब लोग शिमला नहीं आ रहे हैं। ऐसे में नए साल पर कितनी गाड़ियां शिमला की ओर चंडीगढ़ से गई हैं ये डाटा भी सामने आया है। डाटा के मुताबिक लगभग 7,600 टूरिस्ट व्हीकल शनिवार सुबह 8 बजे से रविवार दोपहर 12pm के बीच शिमला चंडीगढ़ के शोघी बैरियर से एंटर किए। खुद SP शिमला ने इसकी डिटेल्स शेयर की।