23 जनवरी से शुरू होने वाले हफ्ते से हम जनवरी एफएंडओ सीरीज की समाप्ति (F&O series expiry) के अंतिम हफ्ते के करीब पहुंच रहे हैं। इसमें 21,500 का स्तर निफ्टी के लिए एक मजबूत सपोर्ट के रूप में कार्य करने की संभावना है। इंडेक्स पिछले कारोबारी हफ्ते में वीकली बेसिस पर 323 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं निफ्टी 20 जनवरी को 21,572 के लेवल पर बंद हुआ। निफ्टी 16 जनवरी को 22,124 के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। 20 जनवरी को मामूली करेक्शन और उच्च स्तर पर बंद होने से पहले अगले दो दिनों में इंडेक्स लगभग 4 प्रतिशत टूट गया।
SAMCO Securities के अश्विन रमानी के मुताबिक इ़ंडिया VIX, जिसे फियर इंडिकेटर के रूप में जाना जाता है, पिछले हफ्ते 15.70 के उच्च स्तर को छू गया। इससे तेजड़ियों को बड़ी परेशानी हुई। एक उच्च इंडिया VIX इंगित करता है कि बाजार में वोलैटिलिटी बढ़ने की उम्मीद है। 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश करने से पहले अगले नौ कारोबारी सत्रों में बाजार में उतार-चढ़ाव रहने की उम्मीद है। यह वोलैटिलिटी अगले कारोबारी हफ्ते में तेज हो सकती है क्योंकि यह छोटा कारोबारी हफ्ता होगा। 23 जनवरी से शुरू होने वाले सप्ताह के लिए केवल तीन कारोबारी सत्र निर्धारित हैं।
निफ्टी के लिए अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट (सपोर्ट) 21,500 स्ट्राइक पर दिख रहा है। 21,700 का स्तर निफ्टी के लिए मजबूत रेजिस्टेंस का काम करेगा। यदि पुट राइटर्स (बुल्स) 21,500 की स्ट्राइक से बाहर निकलते हैं, तो गिरावट 21,000 के स्तर तक बढ़ सकती है। कॉल राइटर्स (बेयर्स) के पास निफ्टी में 21,700 और 21,800 स्ट्राइक पर बड़ी पोजीशन है। आने वाले हफ्ते में इन स्तरों पर शॉर्ट-कवरिंग निफ्टी इंडेक्स को इस स्तर से ऊपर धकेल सकती है।
निफ्टी ने वीकली चार्ट पर एक बेयरिश एनगल्फिंग कैंडल बनाया है। इसे आमतौर पर एक बेयरिश रिवर्सल सिग्नल माना जाता है। बेयरिश एनगल्फिंग एक ऐसा पैटर्न है जहां एक रेड बॉडी पिछले ग्रीन कैंडल के बॉडी को पूरी तरह से घेर लेता है। इसे तेजी से मंदी की ओर शिफ्ट होने का संकेत माना जाता है। इससे संभावित गिरावट की शुरुआत होती है।
16 जनवरी को निफ्टी 22,124 की नई ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) लोअर हाई फॉर्मेशन में चला गया। ये एक मंदी के डायवर्जेंस का संकेत देता है। 22,124 के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने से पहले 28 दिसंबर, 2023 को इंडेक्स 21,801 के उच्च स्तर पर पहुंच गया। यहां पर शॉर्ट टर्म के लिए कंसोलिडेट हुआ। इसी अवधि के दौरान आरएसआई प्राइस के अनुरूप नहीं चला, जिससे डायवर्जेंस हुआ। डायवर्जेंस आमतौर पर एक संभावित रिवर्सव प्वाइंट का संकेत देता हैं जो दर्शाता है कि जारी मोमेंटम अपनी मजबूती खो रहा है और कमजोर हो रहा है।
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