Daily Voice : इनवैसेट पीएमएस ( Invasset PMS) के पार्टनर और फंड मैनेजर अनिरुद्ध गर्ग (Anirudh Garg) मिडकैप और स्मॉलकैप को लेकर बुलिश हैं। मनीकंट्रोल को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "अगर तेजी का दौर 2024 तक जारी रहता है, तो मिडकैप और स्मॉलकैप इसके लीडर रहेंगे।" उनका मानना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस, रेलवे और पावर जैसे पूंजीगत व्यय से सीधे जुड़े सेक्टरों में आगे सबसे ज्यादा तेजी रहने की उम्मीद है। यहां हम आपके लिए इस साक्षात्कार का संपादित अंश दे रहे हैं।
शेयर बाजार का 15 साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट अनिरुद्ध गर्ग का अनुमान है कि सरकारी कंपनियों को "ओल्ड इकोनॉमी" में आने वाली तेजी का खूब फायदा मिलेगा। आगे सरकारी कंपनियों में जोरदार तेजी देखने को मिलेगी। इसके अलावा हमें आगे रियल एस्टेट और कमोडिटी में भी तेजी देखने को मिलेगी। अनिरुद्ध गर्ग गैस सेक्टर के आउटलुक को लेकर भी बुलिश हैं।
क्या आपको लगता है कि हम तेजी की शुरुआत में हैं और यह तेजी बीएसई सेंसेक्स को 2025 तक 100,000 अंक तक ले जाएगी? इसके जबाब में अनिरुद्ध गर्ग ने कहा कि इनके विश्लेषण के मुताबिक हम तेजी के शुरुआती चरण में नहीं हो सकते हैं। उनके एल्गोरिदम से संकेत मिलता है कि तेजी का दौर (जो जून 2022 में 15200 के स्तर पर शुरू हुआ था) वर्तमान में 21,500 और 22,000 के बीच स्थित है। यह एक ऐसा चरण है जहां बाजार न तो बहुत सस्ता है और न ही बहुत महंगा है।
हाल के राजनीतिक घटनाक्रम, खासतौर पर बड़े राज्यों में भाजपा की जीत ने अगले पांच सालों में देश में नीतिगत स्थिरता का संकेत दे दिया है। यह राजनीतिक स्थिरता निवेशकों में विश्वास पैदा करती है और इस विश्वास को मजबूत करती है कि भारत आने वाले सालों में ग्लोबल इंडेक्स का नेतृत्व कर सकता है। सेंसेक्स के 100,000 अंक तक पहुंचने की संभावना पर विचार करते हुए इस बात को ध्यान में रखना चाहिए हम लगभग 40 फीसदी की बढ़त पर विचार कर रहे हैं। ऐतिहासिक आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 5 से 10 सालों में सेंसेक्स में सालाना औसतन 12 फीसदी की ही बढ़त देखने को मिली है।
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