Inspire Films IPO Listing: टीवी चैनलों और ओटीटी के लिए कंटेंट तैयार करने वाली इंस्पायर फिल्म्स के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर शानदार एंट्री हुई। इस आईपीओ में खुदरा निवेशकों ने जमकर पैसे लगाए थे और उनके लिए आरक्षित हिस्सा 180 गुना से अधिक भरा था। आईपीओ के तहत 59 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 67 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 13.56 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Inspire Films Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद भी तेजी थमी नहीं। उछलकर यह 70.35 रुपये (Inspire Films Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह 70.20 रुपये पर बंद हुआ है यानी कि आईपीओ निवेशक करीब 19 फीसदी मुनाफे में हैं।
Inspire Films IPO को कैसा मिला था रिस्पांस
इंस्पायर फिल्म्स का 21.23 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 25-27 सितंबर के बीच खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर इस आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था। ओवरऑल यह आईपीओ 129.08 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 25.27 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 147.16 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 180.41 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 35.98 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में करेगी।
2012 में बनी इंस्पायर फिल्म्स टेलीविजन और डिजिटल कंटेंट क्रिएशन, प्रोडक्शन, डिस्ट्रीब्यूशन और एग्जीबिशन के कारोबार में है। यह स्टार प्लस, कलर्स टीवी, जी टीवी, सोनी, शेमारू इत्यादि चैनलों के लिए कंटेंट तैयार करती है और इसमें कांट्रैक्ट होता है जो सालाना रिन्यू होता है। यह कांट्रैक्ट 1 साल/260 एपिसोड्स (एक हफ्ते में 5 दिन)/312 एपिसोड्स (एक हफ्ते में 6 दिन) या एक साल/52-156 एपिसोड्स (हफ्ते में 1-3 दिन) के हिसाब से होता है।
इसके अलावा नेटफ्लिक्स, एमेजॉन. सोनी लिव, एमएक्स प्लेयर और जी5 जैसे ओटीटी के कंटेंट के लिए यह कांट्रैक्ट करती है। यह कांट्रैक्ट आमतौर पर 45-60 मिनट्स की अवधि के 8-10 एपिसोड्स या 22-25 मिनट्स की अवधि के 25-60 एपिसोड्स के लिए कांट्रैक्ट होता है। यह तमिल, तेलुगू, मलयालम, बंगाली और मराठी इत्यादि जैसी क्षेत्रीय भाषा के लिए भी कंटेट तैयार करती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 83 लाख रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। इसके बाद अगले वित्त वर्ष 2022 में यह बढ़कर 25.92 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ जो अगले वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 4.05 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।