Pharma और स्पेशियलिटी केमिकल्स स्पेस में ऐसी कई कंपनियां है, जिनकी वैल्यू अट्रैक्टिव है। इनके फंडामेंटल्स स्ट्रॉन्ग हैं। Oak Capital के फाउंडर प्रशांत खेमका ने यह बात कही है। मनीकंट्रोल से बातचीत में उन्होंने स्टॉक मार्केट और इनवेस्टमेंट के बारे में खुलकर चर्चा की। फार्मा स्टॉक्स के बारे में उन्होंने कहा कि कोरोना की महामारी के बाद फार्मा कंपनियों को लेकर बहुत उत्साह दिख रहा था। इनवेस्टर्स को यह लग रहा था कि महामारी के बाद भी दवाओं का कंजम्प्शन हाई बना रहेगा। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। पिछले तीन साल से हालात इसके उलट हैं। फिर भी खेमका का कहना है कि इस सेक्टर में कुछ स्टॉक्स अट्रैक्टिव दिख रहे हैं। उन्होंने कुछ हेल्थकेयर स्टॉक्स के भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई।
फॉर्मा इंडेक्स का रिटर्न शानदार
खेमका ने कहा कि हमारे पास हेल्थकेयर सेक्टर के कई स्टॉक्स हैं। हमारा मानना है कि इस सेक्टर के फंडामेंटल्स दूसरे सेक्टर के मुकाबले स्ट्रॉन्ग हैं। इन कंपनियों की बिजनेस ग्रोथ भी अच्छी है। 13 सितंबर को Nifty Pharma Index 1 फीसदी चढ़कर 15,448 प्वाइंट्स पर बंद हुआ। पिछले छह महीनों में इस इंडेक्स ने 33 फीसदी रिटर्न दिया है। एक साल में इसका रिटर्न 21.82 फीसदी रहा है।
कुछ स्टॉक्स में लंबी अवधि में अच्छी संभावनाएं
स्पेशियलिटी केमिकल स्पेस में भी ऐसी ही स्थिति है। कुछ स्टॉक्स में अच्छे मौके दिख रहे हैं। दुनिया में एग्रोकेमिकल्स की डिमांड में नरमी के बावजूद यह सेक्टर अच्छा दिख रहा है। खेमका ने कहा कि इस सेक्टर में अगर निवेश करना चाहते हैं तो आपको स्टॉक्स के चुनाव में सावधानी बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि फार्मा की तरह इस सेक्टर में भी कई ऐसे स्टॉक्स हैं, जिनमें लंबी अवधि में बहुत अच्छी संभावना दिख रही है। हालांकि, बतौर सेक्टर इसका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है।
निवेशक अच्छे स्टॉक्स की तलाश में
निफ्टी 11 सितंबर को 20,000 पर पहुंच गया। उसके अगले दिन मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में बड़ी गिरावट आई। 13 सितंबर को निफ्टी 50 पहली बार 20,000 के ऊपर बंद हुआ। बाजार की इस तेजी की वजह से कई मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स की कीमतें काफी बढ़ गई थीं। 12 सितंबर को इन शेयरों में मुनाफावसूली की वजह से गिरावट आई। बाजार के ऑल टाइम हाई पर होने से निवेशकों को ऐसे शेयरों की तलाश में दिक्कत आ रही है, जो अच्छा रिटर्न दे सकते हैं।