पिछले महीने के दौरान बाजार में एक प्रतिशत से अधिक की तीसरी इंट्राडे गिरावट निवेशकों को सोचने के लिए ठहराव दे रही है। लेकिन इसकी लॉन्ग टर्म स्टोरी अच्छी लग रही है। लेकिन क्या निवेशकों को अभी बाजार से कुछ पैसे निकाल लेने चाहिए? इस प्रश्न को दो कारणों से समझ में आ सकता है। पहला यह कि जैसा कि शेयर बाजार में ये लोकप्रिय कहावत है कि मुनाफा लेने से कोई भी कभी दिवालिया नहीं होता। दूसरा ये कि यदि बाजार में और गिरावट आती है, तो मुनाफे का उपयोग कुछ क्वालिटी शेयरों को खरीदने के लिए किया जा सकता है। आज यहां पर हैवेल्स, सिप्ला और कोटक बैंक पर मंदड़ियों और तेजड़ियों का नजरिया जानेंगे।
तीसरी तिमाही के नतीजों से पहले स्टॉक में गिरावट आई। बाजार बंद होने के बाद कंपनी ने नतीजे जारी किये। कंपनी ने मार्जिन में गिरावट और शुद्ध मुनाफे में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
तेजड़ियों का नजरिया : ये एक मजबूत ब्रांड है। पिछले कुछ वर्षों में सेल्स ग्रोथ में सुधार हुआ है। लॉयड्स के तहत टिकाऊ उत्पादों से ग्रोथ को गति मिलने की उम्मीद है।
मंदड़ियों का नजरिया : पॉलीकैब मुद्दे के बाद निवेशकों को वायर और केबल कंपनियों पर संदेह है। 10 प्रतिशत का ग्रॉस ऑपरेटिंग मार्जिन 13 प्रतिशत के पूर्व-कोविड स्तर से नीचे है।
23 जनवरी को रियल एस्टेट शेयरों में बिकवाली के दौरान इस स्टॉक बड़ी बिकवाली देखने को मिली थी।
तेजड़ियों का नजरिया : रियल एस्टेट क्षेत्र पर आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है। ओबेरॉय कॉरपोरेट गवर्नमेंट के बेहतर मानकों और निष्पादन के लिहाज से अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाली कंपनियों में से एक है।
मंदड़ियों का नजरिया : बाजार में और गिरावट आने की स्थिति में आम तौर पर रियल एस्टेट शेयरों को झटका लग सकता है। अप्रैल के बाद से रियल एस्टेट शेयरों में तेज बढ़ोतरी हुई है। अब निवेशक मुनाफा कमाने की सोचेंगे। ओबेरॉय रियल्टी खुद 70 प्रतिशत से अधिक चढ़ गया है।
तीसरी तिमाही के नतीजे बाजार की उम्मीदों के अनुरूप रहे।
तेजड़ियों का नजरिया : सांस से संबंधित दवाओं के कारण अमेरिकी कारोबार में ग्रोथ मजबूत बनी हुई है। जब फार्मा सेक्टर पर बाजार का नजरिया पॉजिटिव हो जाता है, तो मार्केट लीडर होने के नाते सिप्ला को सबसे अधिक फायदा होता है।
मंदड़ियों का नजरिया : यदि US FDA सिप्ला के इंदौर प्लांट को आयात चेतावनी देता है तो यह कंपनी के लिए निगेटिव साबित हो सकता है, क्योंकि यह प्लांट अमेरिकी बिक्री में 30 प्रतिशत का योगदान देता है।
बैंक द्वारा तीसरी तिमाही के अच्छे नतीजे जारी करने के बावजूद स्टॉक में लगभग 1.3 प्रतिशत की गिरावट आई
तेजड़ियों का नजरिया : बैंक के लोन और डिपॉजिट में अच्छी ग्रोथ के कारण एनालिस्ट्स का इस शेयर पर पॉजिटिव रुख है।
मंदड़ियों का नजरिया : उचित वैल्यूएशन के बावजूद स्टॉक ने लंबे समय से खराब प्रदर्शन किया है। संस्थागत निवेशक इस शेयर को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं हैं। ये स्टॉक री-रेटिंग के लिए एक मजबूत कैंडीडेट है लेकिन यह कब होगा, कुछ कहा नहीं जा सकता।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)