किसानों के लिए बड़ा तोहफा, 50% सब्सिडी पर उपलब्ध हैं ये फसल बीज, तुरंत करें आवेदन

Farmer news: खेती-किसानी का मौसम शुरू होने से पहले किसानों के लिए खुशखबरी है। कृषि विभाग ने अब सभी कृषि कल्याण केंद्रों पर प्रमाणित और उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए हैं। इन बीजों से फसल की पैदावार बढ़ेगी और आय में सुधार होगा। किसान अपनी जरूरत और फसल के अनुसार आसानी से चना, मटर, सरसों, मसूर और गेहूं के बीज खरीद सकते हैं

अपडेटेड Dec 01, 2025 पर 12:24 PM
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Farmer news: कृषि विभाग समय-समय पर कैंप आयोजित कर किसानों को जागरूक करता है।

खेती-किसानी का मौसम शुरू होने से पहले ही किसानों के लिए खुशखबरी है। कृषि विभाग ने अब सभी कृषि कल्याण केंद्रों पर प्रमाणित और उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए हैं। विभाग का मानना है कि इन बीजों के इस्तेमाल से न केवल फसल की पैदावार में सुधार होगा, बल्कि किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी। अब किसान अपनी जरूरत और फसल की प्रकृति के अनुसार चना, मटर, सरसों, मसूर और गेहूं की अलग-अलग प्रजातियों के बीज आसानी से खरीद सकते हैं। इन बीजों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इन पर किसानों को 30 से 50 फीसदी तक अनुदान मिलता है।  समय-समय पर विभाग द्वारा जागरूकता शिविर और प्रशिक्षण कैंप भी आयोजित किए जाते हैं।

इसमें किसानों को फसल की बुवाई, पौधों की देखभाल, दवाओं का छिड़काव और अन्य कृषि तकनीकों की जानकारी दी जाती है। इससे किसान बिना किसी परेशानी के फसल तैयार कर सकते हैं और उच्च गुणवत्ता वाला उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। कुल मिलाकर यह योजना किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है।

कौन-कौन से बीज उपलब्ध हैं 


अमेठी जिले की चारों तहसीलों गौरीगंज, अमेठी, मुसाफिरखाना और तिलोई में किसानों को चना, मटर, सरसों, मसूर और गेहूं की अलग-अलग प्रजातियों के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन बीजों पर 30 से 50 फीसदी तक अनुदान मिलता है, जिससे किसानों की लागत कम होती है और फायदा अधिक।

कैसे करें आवेदन

किसान अपने आधार कार्ड, बैंक पासबुक और खतौनी की फोटो कॉपी लेकर संबंधित ब्लॉक के कृषि रक्षा इकाई या कृषि कल्याण केंद्र पर आवेदन कर सकते हैं। विभाग द्वारा आवेदन की जांच के बाद अनुदान राशि सीधे खाते में भेज दी जाएगी।

समय-समय पर जागरूकता और सहायता

कृषि विभाग समय-समय पर कैंप आयोजित कर किसानों को जागरूक करता है। इनमें फसल तैयार करने, दवा छिड़काव और अन्य कृषि तकनीकों की जानकारी दी जाती है, ताकि किसान फसल में किसी समस्या का सामना न करें।

किसानों के अनुभव

किसान मणि तिवारी और राम प्रकाश यादव ने बताया कि अब उन्हें बाजार की भागदौड़ नहीं करनी पड़ती। उपलब्ध बीज शोधित और उच्च गुणवत्ता वाले हैं, जिससे पैदावार बेहतर होती है। साथ ही अनुदान मिलने से आर्थिक मदद भी मिलती है। यह किसानों के लिए लाभकारी कदम साबित हो रहा है।

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