मुरादाबाद के किसान आजकल सरसों की खेती से अच्छा मुनाफा कमाने के लिए नए तरीके अपनाने लगे हैं। इसी क्रम में कृषि वैज्ञानिक डॉ. दीपक मेहंदी रत्ता ने किसानों को कुछ विशेष टिप्स दिए, जो उनकी पैदावार और तेल की मात्रा दोनों बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि सरसों के पौधों पर सही समय पर पोषक तत्व देना बहुत जरूरी है। खासकर बुवाई के लगभग 60 दिन बाद, जब पौधे बड़े हो जाते हैं और उन पर कली आने लगती है, तब वेटरनेट सल्फर का स्प्रे करना चाहिए। इस समय स्प्रे करने से फूल जल्दी बनते हैं, दाने अच्छे से फुलते हैं और तेल की मात्रा बढ़ती है।
डॉ. रत्ता के अनुसार, यह छोटा सा कदम किसानों के उत्पादन को बढ़ाने के साथ-साथ उनकी आमदनी में भी बड़ा इजाफा करता है। इस टिप को अपनाकर किसान न सिर्फ अधिक तेल पा सकते हैं, बल्कि अपने खेत से बेहतर मुनाफा भी कमा सकते हैं।
बुवाई के 60 दिन बाद वेटरनेट सल्फर का स्प्रे
डॉ. रत्ता के अनुसार, सरसों की बुवाई के लगभग 60 दिन बाद, जब पौधे बड़े हो जाते हैं और कली आने लगती है, उस समय वेटरनेट सल्फर का स्प्रे करना चाहिए। इस समय पौधों में फूल बनने और दाना तैयार होने की प्रक्रिया शुरू होती है। सही समय पर स्प्रे करने से दाने बेहतर आकार में फुलते हैं और तेल की मात्रा भी अधिक होती है।
उत्पादन और तेल की मात्रा में वृद्धि
सल्फर स्प्रे पौधों को जरूरी पोषक तत्व उपलब्ध कराता है। इससे न केवल तेल की मात्रा बढ़ती है, बल्कि दाने भी अच्छे से फुलते हैं और कुल पैदावार में सुधार आता है। यह तरीका किसानों को उनकी सरसों की फसल से अधिक लाभ दिलाने में मदद करता है।
किसानों को मिलेगा अधिक मुनाफा
इस आसान टिप को अपनाने से किसानों को उत्पादन के साथ-साथ आमदनी में भी बड़ा इजाफा होगा। स्प्रे के समय पर पौधों को पोषण मिलने से तेल की गुणवत्ता भी अच्छी रहती है। ऐसे में किसान अपने खेत से बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं और खेती की लागत का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।