खेती-किसानी में अब आधुनिक तकनीक ने किसानों की मेहनत और समय दोनों बचा दिए हैं। ऐसे में मिनी ट्रैक्टर जैसी छोटी मशीनें किसानों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। रांची के किसान भी अब अपने खेतों में इस बैटरी से चलने वाली मिनी ट्रैक्टर का इस्तेमाल करने लगे हैं। ये मशीन आकार में छोटी है, इसलिए इसे आसानी से खेतों में घुमाया जा सकता है। इसमें खेत जोतने का हिस्सा, क्लच और ब्रेक हैंडल जैसी सुविधाएं लगी हैं, जिससे काम करना बहुत आसान हो जाता है। बड़े ट्रैक्टर की तरह भारी और मुश्किल नहीं है, बल्कि इसे चलाना इतना आसान है कि कोई भी किसान इसे आसानी से चला सकता है।
मिनी ट्रैक्टर का सबसे बड़ा फायदा ये है कि ये जल्दी काम करता है, मजदूरों की जरूरत कम होती है और खर्च भी कम आता है। छोटे और मध्यम खेतों के लिए यह मशीन अब किसानों की पहली पसंद बनती जा रही है।
खूंटी के किसान निलेश का अनुभव
रांची से करीब 30 किलोमीटर दूर खूंटी के किसान निलेश लोकल 18 से बात करते हुए बताते हैं कि ये मशीन उनके फार्म के लिए बहुत उपयोगी साबित हुई है। ये मशीन 5 एकड़ जमीन को कुछ ही समय में जोत देती है और चलाना भी बेहद आसान है। बड़े ट्रैक्टर की तुलना में यह हल्की और खिलौने जैसी दिखती है।
बच्चों के खिलौने जैसी डिजाइन
निलेश कहते हैं कि ये मशीन बिल्कुल बच्चों की छोटी कार जैसी है, जिसमें बैठकर वे खेलते हैं। पीछे दो लोहे के कटर लगे हैं जो जमीन जोतते हैं और आगे दो मोटे टायर हैं। इसे खेत में आसानी से और स्मूथ तरीके से घुमाया जा सकता है।
मिनी ट्रैक्टर में केवल एक व्यक्ति बैठ सकता है। क्लच और ब्रेक हैंडल की सुविधा के साथ, काम करते हुए गाना भी गा सकते हैं। मजदूरों की जरूरत कम होने के कारण ये पैसों की अच्छी बचत भी करता है।
यदि आप इस मिनी ट्रैक्टर को खरीदना चाहते हैं तो रांची की बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के टेक्निकल वर्कशॉप में जा सकते हैं। वर्कशॉप में पूछने पर आपको मशीन आसानी से मिल जाएगी। कीमत लगभग 10,000 से 15,000 रुपए के बीच है। साथ ही यहां कई अन्य उपयोगी कृषि उपकरण भी देखने को मिलेंगे।