Jupiter Retrograde: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का राशि परिवर्तन, उनका उदय या अस्त होना और सीधी या उल्टी चाल का बहुत महत्व होता है। ये अवस्थाएं हैं, जो समय-समय पर सभी राशियों में देखने को मिलती हैं। बृहस्पति को सभी ग्रहों में सबसे शुभ और बुद्धि, न्याय और भाग्य का कारक माना जाता है। गुरु बृहस्पति की दृष्टि जातक की कुंडली के जिस भी भाव पर पड़ती है, उसमें वृद्धि होती है।
इस ग्रह की चाल में परिवर्तन ज्योतिष के नजरिये से अहम घटना है। आज यानि 11 नवंबर 2025 की दोपहर 3:59 बजे गुरु बृहस्पति अपनी उच्च राशि कर्क में वक्री होंगे। बृहस्पति के अपनी ही उच्च राशि में उल्टी चाल चलने से सभी 12 राशियों के जीवन में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे। इस दौरान चार राशि के जातकों को सफलता, आकस्मिक धन की प्राप्ति और मानसिक शांति जैसे लाभ मिलने की संभावना है।
मेष राशि : बृहस्पति ग्रह के वक्री होने पर मेष राशि के चतुर्थ भाव पर उनकी दृष्टि पड़ेगी। इससे उनके सभी कार्य पूरे होंगे और भूमि, भवन, गाड़ी तथा कोर्ट-कचहरी में चल रहे मामलों से मुक्ति मिलेगी।
कर्क राशि : कर्क राशि में गुरु बृहस्पति वक्री चाल में होंगे और यह उनके लग्न भाव में प्रभाव डालेगा। इससे कर्क राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत, कार्यक्षेत्र में आर्थिक लाभ, रुका हुआ धन या उधार दिया हुआ पैसा वापस मिलने, आत्मविश्वास में वृद्धि जैसे कई लाभ मिलेंगे।
तुला राशि : बृहस्पति इस राशि के जातकों के दशम भाव में वक्री होंगे। इससे तुला राशि के छात्रों को शिक्षा संबंधी लाभ मिलेगा। वहीं, अन्य जातकों को कार्यक्षेत्र और व्यवसाय में आर्थिक लाभ, नौकरी में प्रमोशन, आय में वृद्धि और विदेश यात्रा के अवसर भी प्राप्त होंगे।
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