Car Fuel Limit: फेस्टिव सीजन शुरू हो गया है और इस दौरान कारों की बिक्री जोरों पर है। ऐसे में लोग नई कार खरीद कर घर ला रहे हैं। लेकिन कई लोग कार तो खरीद लेते हैं, लेकिन उनको ये नहीं पता होता है कि गाड़ी में कितना पेट्रोल या डीजल भरवाना है। अक्सर लोग यही सोचते हैं कि बस टंकी फुल होना चाहिए, जिससे हम जहां भी चाहें वहां चले जाएंगे। इससे उनको एन वक्त पर पेट्रोल भरवाने की चिंता नहीं करनी होगी। लेकिन, ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे आपको नुकसान हो सकता है। चलिए आपको बताते हैं कैसे...
अक्सर लोग करते हैं ये गलती
आपने अक्सर देखा होगा कि लोग पेट्रोल पंप पर जाकर गाड़ियों की टंकी को फुल करा लेते हैं। उनको लगता है कि ऐसा करने से उनकी कार अच्छे से चलेगी और इंजन भी सही रहेगा। लेकिन कार का फ्यूल टैंक फुल नहीं करना चाहिए इससे आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
फ्यूल टैंक फुल कराने के नकुसान
अगर आप फ्यूल टैंक फुल कराते हैं तो आपको कई प्रकार का नुकसान उठाना पड़ सकता है। जैसे कि जब आपकी कार ब्रेकर, गड्ढों, खराब सड़कों पर चलती है तो जोर-जोर से हिलती है। ऐसे में अगर आपने कार की फ्यूल टैंक फुल कराई है तो तेल को हिलने के लिए टैंक के अंदर जगह नहीं मिलेगी और गाड़ी के हिलने-ढुलने से तेल बाहर छलकेगा। इससे काफी तेल यूंही बर्बाद हो सकता है, जो आपके किसी काम नहीं आएगा। इसी तरह अगर आपकी कार किसी ढलान वाली जगह पर खड़ी होगी तो भी तेल को टंकी के मूवमेंट की जगह नहीं मिलेगी और वह बाहर निकलेगा।
हर गाड़ी की फ्यूल टैंक कैपेसिटी अलग-अलग होती है। अगर आप कंपनी के गाइडलाइन्स को फॉलो करेंगे तो आपको कोई समस्या नहीं होगी। मतलब आप कार में उतना ही तेल डलवाए जीतना कंपनी की तरफ से आपको बताया गया है। इसके अलावा, अगर आपको कंपनी द्वारा बताई गई लिमिट नहीं मालूम है तो आप आप गाड़ी तेल भरवाते समय कर्मचारी से कह दें कि पहला ऑटो कट आने के बाद तेल डालना बंद कर दे। इससे आपको किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा।