22 सितंबर को केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए GST स्लैब का असर बाजार में पहले ही दिन साफ तौर पर दिखाई दिया। फेस्टिव सीजन की शुरुआत के साथ ही ऑटोमोबाइल शोरूम्स पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। डीलरों ने जीएसटी कटौती का पूरा लाभ सीधे ग्राहकों को दिया, जिससे गाड़ियों की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखा गया। नतीजतन, कई वाहन निर्माता कंपनियों की डिलीवरी और बिलिंग सामान्य दिनों की तुलना में 5 से 6 गुना तक बढ़ गई है। कंपनियों के द्वारा इसकी जानकारी भी दी गई है।
Maruti Suzuki का रिकॉर्ड तोड़ा प्रदर्शन
भारत की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी Maruti Suzuki ने GST 2.0 लागू होने के पहले ही दिन करीब 80,000 कस्टमर पूछताछ और 30,000 डिलीवरी दर्ज की। जीएसटी दरों के ऐलान के बाद कंपनी ने 18 सितंबर को अपनी गाड़ियों की कीमतों पर करीब 1.30 लाख रुपये तक की कटौती की थी। इसके बाद बुकिंग्स में बड़ा उछाल आया और रोजाना औसतन 15,000 यूनिट्स की बुकिंग होने लगी, जो सामान्य से करीब 50% अधिक है। बता दें कि कीमतों में कटौती का सीधा फायदा एंट्री-लेवल हैचबैक Alto K10 और WagonR, प्रीमियम मॉडल Baleno और Swift, तथा SUV सेगमेंट की Brezza और Grand Vitara जैसी गाड़ियों को मिला।
Hyundai India ने 11,000 यूनिट्स का बिलिंग दर्ज किया
Hyundai Motor India ने GST 2.0 लागू होने के बाद पहले ही दिन 11,000 यूनिट्स का बिलिंग दर्ज किया, जो पिछले पांच सालों में सबसे बड़ा सिंगल-डे प्रदर्शन है। कंपनी ने भी अपनी गाड़ियों पर GST दरें घटाकर 28% से 18% कर दी है। जिससे इसके SUV Tucson में 2.39 लाख रुपये और Alcazar में 72,500 रुपये तक की कटौती दर्ज की गई।
Tata Motors की एक्स्ट्रा ऑफर्स के साथ बढ़ी डिमांड
Tata Motors ने भी GST दरों के साथ-साथ फेस्टिव सीजन का लाभ ग्राहकों को दिया। कंपनी अपनी गाड़ियों पर कुल 2 लाख रुपये तक का फायदा दे रहा है। इसकी Tiago पर 1.20 लाख रुपये, Tigor पर 1.11 लाख रुपये, Harrier पर 1.94 लाख रुपये, Safari पर 1.89 लाख रुपये और Nexon पर सबसे ज्यादा 2 लाख रुपये तक की कमी की गई है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, GST दरों में कटौती की वजह से वाहनों की कीमतों में गिरावट आई है। जिससे पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट की मांग तेजी से बढ़ी है। S&P Global Mobility का अनुमान है कि 2025 में इंडस्ट्री में 5–7% ग्रोथ होगी और कंपनियों का प्रोडक्शन करीब 2 लाख गाड़ियों तक बढ़ेगा। वहीं, 2026 में यह ग्रोथ रेट लगभग दोगुनी होकर 8.5% तक पहुंचने की संभावना है।