ह्यूंडई मोटर इंडिया ने इंडियन पैसेंजर व्हीकल्स मार्केट में दोबारा 15 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 4 नवंबर को बड़ा कदम बढ़ाया। कंपनी ने नई वेन्यू कॉम्पैक्ट एसयूवी लॉन्च की। यह 26 मॉडल्स लॉन्च करने के कंपनी के प्लान की शुरुआत है। कंपनी फाइनेंशियल ईयर 2030 तक सभी 26 मॉडल्स लॉन्च कर देगी। फाइनेंशियल ईयर 2021 में घरेलू पैसेंजर व्हीकल्स मार्केट में ह्युंडई की बाजार हिस्सेदारी 17.39 फीसदी थी।
FY21 से लगातार घट रही है कंपनी की बाजार हिस्सेदारी
FY21 के बाद Hyundia Motor India की बाजार हिस्सेदारी घटने लगी। FY22 में यह 15.68 फीसदी पर आ गई। FY23 में यह 14.59 फीसदी पर आ गई। FY24 में 14.57 फीसदी और FY25 में 13.29 फीसदी पर आ गई। इस फाइनेंशियल ईयर के पहले छह महीनों में ह्यूंडई की बाजार हिस्सेदारी गिरकर 13.25 फीसदी रह गई। कंपनी ने फिर से इंडियन मार्केट में अपनी पोजीशन मजबूत करना चाहती है। इसके लिए कंपनी ने बड़ा प्लान बनाया है।
टाटा मोटर्स और महिंद्रा से मिल रहा बड़ा चैलेंज
अभी ह्युंडई के पोर्टफोलयो में Grandi10 Nios, i20, Aura, Verna जैसी हैचबैक गाड़ियां हैं। इसके एसयूवी पोर्टफोलियो में Exter, Venue, Creta, Alcazar और Tucson जैसी गाड़ियां हैं। इसके इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पोर्टफोलियो में Creta Electric और Ioniq5 शामिल हैं। ह्यूंडई की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट की कई वजहें रही हैं। महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स जैसी भारतीय कंपनियों ने पेट्रोल सेगमेंट में कई नए मॉडल्स लॉन्च किए हैं। इन कंपनियों ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के भी नए मॉडल्स लॉन्च किए हैं। इसके साथ ही इन कंपनियों ने प्राइसिंग के मामले में भी स्ट्रेटेजिक फैसले लिए हैं। इसका असर ह्यूंडई की बाजार हिस्सेदारी पर पड़ा है।
कंपनी का FY30 तक 45000 करोड़ निवेश का प्लान
ह्युंडई को क्रेटा की सप्लाई बढ़ाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। कंपनी के चेन्नई प्लांट में 90 फीसदी क्षमता का इस्तेमाल हो रहा है। क्रेटा की घरेलू और विदेशी बाजार में अच्छी डिमांड है। कंपनी को उम्मीद है कि वह जल्द अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में कामयाब होगी। अगले चरण की ग्रोथ के लिए कंपनी ने FY30 तक 45,000 करोड़ रुपये इनवेस्ट करने का प्लान बनाया है। इसमें 26 नए मॉडल्स लॉन्च करने का प्लान भी शामिल है।
कंपनी का उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर फोकस
Hyundai के तालेगांव प्लांट (पुणे) में उत्पादन शुरू हो जाने के बाद सप्लाई से जुड़ी दिक्कतें खत्म हो जाएंगी। कंपनी ने जनरल मोटर्स से यह प्लांट खरीदा था। ह्युंडई के चेन्नई प्लांट की उत्पादन क्षमता सालाना 8,24,000 यूनिट्स की है। तालेगांव प्लांट में सालाना 1,70,000 गाड़ियों का उत्पादन होगा। इससे कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता बढ़कर सालाना 9,94,000 यूनिट्स हो जाएगी। 2028 में तालेगांव प्लांट की क्षमता और 80,000 यूनिट्स तक बढ़ जाएगी। इससे कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता बढ़कर 10,74,000 यूनिट्स हो जाएगी।