Car Sales Data: देश की दो प्रमुख कार निर्माता कंपनियों, मारुति सुजुकी और हुंडई ने अप्रैल से जून 2025 के बीच घरेलू बाजार में बिक्री में गिरावट दर्ज की है। हालांकि, इस अवधि में दोनों कंपनियों ने एक्सपोर्ट में अच्छी वृद्धि हासिल की है। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून 2025) में मारुति सुजुकी की घरेलू बिक्री में 6.1 प्रतिशत की कमी आई है। कुछ ऐसे ही आंकड़े हुंडई के भी रहें। आइए आपको बताते हैं किसकी हुई कितनी सेल।
छोटी कारों की डिमांड में आई गिरावट
जून 2025 में मारुति सुजुकी की घरेलू यात्री वाहन बिक्री में 13.3 प्रतिशत की गिरावट आई है। कंपनी ने इस दौरान 1,18,906 इकाइयां बेचीं, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह आंकड़ा 1,37,160 इकाई था। वहीं वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में भी कंपनी की घरेलू बिक्री में 6.1 प्रतिशत की कमी आई है। इस अवधि में मारुति सुजुकी ने 3,93,572 यात्री वाहन बेचे, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह संख्या 4,19,114 इकाई थी। मिनी और कॉम्पैक्ट कार सेगमेंट में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई। ऑल्टो और एस-प्रेसो जैसी मिनी कारों की बिक्री में बड़ी कमी आई। इस आंकड़े से छोटी कारों की मांग में कमजोरी के संकेत मिल रहे हैं।
हालांकि, कंपनी के लिए अच्छी खबर यह है कि जून 2025 में उसका एक्सपोर्ट 22 प्रतिशत बढ़कर 37,842 इकाई हो गया, जो पिछले साल इसी महीने में 31,033 इकाई था। अप्रैल-जून 2025 की तिमाही में मारुति सुजुकी का कुल एक्सपोर्ट 22 प्रतिशत बढ़कर 96,972 वाहन रहा।
हुंडई की घरेलू बिक्री घटी पर एक्सपोर्ट में देखी गई अच्छी वृद्धि
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) ने जून 2025 में कुल 60,924 इकाइयां बेचीं, जिनमें से 44,024 इकाइयां भारत में और 16,900 इकाइयां निर्यात की गईं। वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही में हुंडई ने कुल 1,80,399 यूनिट्स बेचीं। घरेलू बिक्री में 1,32,259 यूनिट्स और एक्सपोर्ट में 48,140 यूनिट्स शामिल हैं। हालांकि, हुंडई ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के दौरान एक्सपोर्ट में 13 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि हासिल की। कंपनी का निर्यात उसकी कुल बिक्री का 26.7 प्रतिशत रहा, जो अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर कंपनी के बढ़ते फोकस को दर्शाता है। जून 2025 में हुंडई की घरेलू बिक्री में एसयूवी की बड़ी हिस्सेदारी रही, जो कुल बिक्री का 67.6 प्रतिशत थी।
HMIL के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा कि घरेलू बाजार में भू-राजनीतिक स्थिति बाजार की भावना को प्रभावित कर रही है, जिससे जून 2025 में घरेलू बिक्री 44,024 इकाई रही। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी तालेगांव संयंत्र में प्रोडक्शन शुरू करने के करीब है और रेपो रेट्स में कमी और सीआरआर में कटौती से लिक्विडिटी में सुधार के कारण मांग में धीरे-धीरे तेजी देखने को मिल सकती है।