GST की कीमतों में कटौती और कारों पर अतिरिक्त त्योहारी लाभों से प्रेरित होकर, टाटा मोटर्स ने सितंबर 2025 में पैसेंजर व्हीकल (PV) रिटेल सेल्स में महिंद्रा एंड महिंद्रा और हुंडई मोटर इंडिया को पीछे छोड़ दिया, जबकि मारुति सुजुकी इंडिया ने अपनी पकड़ बनाए रखी।
वाहन पोर्टल के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, टाटा की पीवी रजिस्ट्रेशन, जिनमें इलेक्ट्रिक मॉडल भी शामिल हैं, सितंबर 2025 में 40,594 यूनिट्स रही। घरेलू ऑटो प्रमुख महिंद्रा (37,015 यूनिट्स) के साथ-साथ हुंडई (35,443 इकाई) से आगे था। वहीं, मारुति की PV रजिस्ट्रेशन इस महीने 1,22,278 यूनिट्स रही।
GST दरों में कटौती के साथ, टाटा के इंटर्नल कॉम्बस्टन इंजन (आईसीई) मॉडल 1,55,000 रुपये तक सस्ते हो गए हैं। कंपनी ने सितंबर 2025 में 65,000 रुपये की छूट देकर अतिरिक्त त्योहारी लाभ भी दिए हैं। बता दें कि यह कटौती एक्स-शोरूम कीमत पर है।
टाटा अपने ICE मॉडल्स में Tiago हैचबैक, Altroz हैचबैक और Tigor सेडान बेचती है। इसकी ICE SUVs में Punch, Nexon, Curvv, Harrier और Safari शामिल हैं।
GST सुधार के बाद, Tiago की कीमत में 75,000 रुपये तक, Altroz की कीमत में 1,11,000 रुपये तक और Tigor की कीमत में 81,000 रुपये तक की कटौती हुई है। Punch की कीमत में 1,08,000 रुपये तक और Nexon की कीमत में 1,55,000 रुपये तक की कमी आई है। Curvv, Harrier और Safari की कीमतों में क्रमशः 67,000 रुपये, 1,44,000 रुपये और 1,48,000 रुपये तक की कटौती की गई है।
टाटा इलेक्ट्रिक वाहन (EV) भी बेजती है, जिसमें Tiago.ev, Tigor.ev, Punch.ev, Nexon.ev, Curvv.ev और Harrier.ev शामिल है।
मारुति ने GST 2.0 व्यवस्था में अपनी ICE कारों की कीमत में 1,29,600 रुपये तक, महिंद्रा ने 1,56,000 रुपये तक और हुंडई ने 2,40,000 रुपये तक की कमी की है।
नए GST ढांचे के तहत, अपेक्षाकृत छोटी ICE कारें (4 मीटर से कम) 18% के स्लैब में हैं, जबकि ऑटोमोबाइल पर लगने वाला कंपेंसेशन सेस पूरी तरह से हटा दिया गया है। पहले इन पर 28% GST और 1% से 3% का कंपेंसेशन सेस लगता था, जिससे कुल टैक्स 29% से 31% तक होता था।
बड़े ICE मॉडल और लक्जरी ICE कारों को अब 40% के स्लैब में रखा गया है। GST 1.0 व्यवस्था में, इन पर कुल कर 43% से 50% (28% जीएसटी + 15% से 22% कंपेंसेशन सेस) था।
कम कर के कारण GST 2.0 व्यवस्था में सभी सेगमेंट की ICE कारें सस्ती हो गई हैं, लेकिन सभी कंपनियां बिक्री बढ़ाने के लिए अतिरिक्त त्योहारी लाभ दे रही हैं।
हालांकि, नए ढांचे में इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वे पहले भी 5% के स्लैब में थे और अब भी हैं।